11 फरवरी शनिवार को तड़के 4 बजे चंद्र ग्रहण लगने वाला है। यह साल 2017 का पहला चंद्र ग्रहण होगा। यह उपछाया चंद्रग्रहण है। इस वजह से इसका कोई खास प्रभाव नहीं होगा। खगोलीय घटना ग्रहण को धर्म-अध्यात्म की दृष्टि से देखने वालों के लिए भी राहत की बात है कि इस चंद्र ग्रहण का सूतक मान्य नहीं होगा। इस ग्रहण को खुली आंखों से नहीं देखा जा सकेगा।
खगोलविद टेलिस्कोप की मदद से देख सकते हैं। ग्रहण भारत, यूरोप, एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, हिंद महासागर, आर्कटिक, अंटार्कटिका के ज्यादातर हिस्सों में दिखाई देगा।
ग्रहण कब से कब तक: 11 फरवरी को तड़के 4 बजकर 4 मिनट से शुरू होगा। पर चंद्र ग्रहण शुरू होगा। सुबह 6 बजकर 13 मिनट पर यह सबसे ज्यादा प्रभावी रूप में दिखेगा। इसके करीब दो घंटे बाद, सुबह 8 बजकर 23 मिनट पर चंद्र ग्रहण समाप्त हो जाएगा। इसके बाद इस साल का दूसरा ग्रहण 26 फ़रवरी को लगेगा। उस दिन सूर्य ग्रहण होगा। उसे भारत में नहीं देखा जा सकेगा।