गुजरात में सूरत के पास स्थित डुमस बीच को लेकर कुछ लोग कई तरह की अफवाहों का जिक्र करते हैं। उनका कहना है कि यहां कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिसे किसी भी हालत में सामान्य नहीं कहा जा सकता। इन दावों का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं होता, लेकिन फिर भी बहुत सारे लोग इन पर आंख मूंदकर विश्वास करते हैं। ऐसे ही कुछ लोगों का कहना है कि  इस बीच पर आत्माओं का वास है। यह बीच प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है लेकिन आम तौर पर यह वीरान ही पड़ा रहता है। बता दें कि भारत में कई ऐसी जगहें हैं, जिनके डरावने होने को लेकर दावे किए जाते हैं। हालांकि, यहां कुछ असामान्य होने का आज तक कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिला है।

डुमस बीच अरब सागर से लगा हुआ है, जो सूरत से 21 किलोमीटर की दूरी पर है। अंधविश्वासों की मानें तो अंधेरा होने के बाद इस बीच पर चीखने-चिल्लाने की आवाजें आने लगती हैं, जिन्हें काफी दूर से भी सुना जा सकता है। हालांकि, जिन लोगों को इन बातों पर विश्वास नहीं है, वे बताते हैं कि गलतफहमी में लोग कुत्तों के भौंकने की आवाज से ही डर जाते हैं और अपनी-अपनी कहानियां गढ़ने लगते हैं।  इस बीच की एक दिलचस्प चीज है यहां की रेत। यहां की रेत काले रंग की है। पैरानॉर्मल एक्टिविटीज में भरोसा रखने वाले लोग इसी काले रंग को नकारात्मक शक्तियों से जोड़कर अपनी कहानियों का आधार बनाते हैं। जहां तक वैज्ञानिकों की राय है, भूत-प्रेत जैसा कुछ भी नहीं होता। इससे पहले, हम आपको भानगढ़ के किले, भोपाल में इकबाल मिर्ची के बंगले और दूसरी उन जगहों की कहानियां बता चुके हैं, जहां के बारे में इस तरह के दावे किए जाते रहे हैं।