हम इंसान खुशी जताने या किसी का हौंसला बढ़ाने के लिए जिस भाव का सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, वो है तालियां बजाकर या थोड़ा शोर करके। आमतौर पर पूरे विश्व में इसी तरह से लोग अपनी खुशी और समर्थन जाहिर करते हैं। लेकिन अब ब्रिटेन की एक यूनिवर्सिटी में तालियां बजाने पर ही बैन लगा दिया गया है। सुनने में थोड़ा अजीब है, लेकिन ये सच है। दरअसल ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर की स्टूडेंट यूनियन ने एक प्रस्ताव पास कर स्टूडेंट यूनियन के विभिन्न कार्यक्रमों में तालियां बजाने पर रोक लगा दी है। तालियां बजाने पर रोक कुछ छात्रों को इससे होने वाली ‘परेशानी और घबराहट से बचाने’ के उद्देश्य से लगायी गई है।
दरअसल यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट यूनियन ने बीते 27 सितंबर को अपने अखबार Mancunion में बताया कि स्टूडेंट यूनियन ने अपने सीनेट सेशन में एक प्रस्ताव पास किया और यूनियन के कार्यक्रमों में तालियां बजाने पर रोक लगा दी। अखबार के अनुसार, छात्रों को तालियां बजाने के बजाए BSL Clapping या Jazz hands करने को कहा गया है। बता दें कि BSL Clapping या Jazz hands में हाथ ऊपर उठाकर हवा में हिलाकर अपनी खुशी जतायी जाती है। ये तरीका ब्रिटेन में Sign Language (इशारों की भाषा) में इस्तेमाल किया जाता है।
मिरर की खबर के अनुसार, स्टूडेंट यूनियन की सीनेट में 66% वोट के साथ ये प्रस्ताव पास हुआ है। सीनेट का इस प्रस्ताव के समर्थन में कहना है कि इस तरीके से सीनेट में ज्यादा लोगों की भागीदारी सुनिश्चित हो सकेगी। वहीं मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन के इस फैसले का सोशल मीडिया पर खूब मजाक उड़ रहा है। सोशल मीडिया पर लोग तीखे कमेंट कर रहे हैं और तालियों पर बैन लगाने के फैसले का मजाक उड़ा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि अप्रैल 2017 में यूनिवर्सिटी ऑफ डरहम ने भी तालियों पर बैन लगाने संबंधी एक प्रस्ताव पारित किया था। हालांकि यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट यूनियन का कहना है कि वह अपने सदस्यों को तालियां बजाने से जबरदस्ती नहीं रोकते हैं, लेकिन उनसे उम्मीद की जाती है कि वह दूसरों के प्रति भी सम्मानपूर्वक रहें।