Student Politics in India: राजद (RJD) नेता लालू यादव (Lalu Yadav) से लेकर जेडीयू (JDU) नेता नीतीश कुमार (Nitish Kumar), लोजपा (LJP) नेता रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) तक और कांग्रेस (Congress) महासचिव के सी वेणुगोपाल (K C Venugopal) से लेकर बीजेपी (BJP) के अरुण जेटली और यूपी (UP Politics) के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) तक, इन सभी नेताओं में एक बात कॉमन है और वो है इनका छात्र राजनीति से जुड़े होना। सत्तर के दशक में तत्कालिन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) की सरकार के खिलाफ शुरु हुए जेपी आंदोलन (J P Movement) की नींव में छात्र आंदोलन ही था। जिसके बाद हालात इतने बिगड़ गए कि देश में आपातकाल (Emergency 1975) लगाना पड़ा। मगर पिछले कई सालों में छात्र नेता राष्ट्रीय और राज्यों की राजनीति में अपना मुकाम हासिल कर पाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) के बाद किसी भी छात्रनेता (Student Leaders) को राजनीति में शोहरत नहीं मिल सकी है। इसमें एबीवीपी (ABVP), एनएसयूआई (NSUI), एसएफआई (SFI) और आइसा (AISA) जैसे तमाम छात्र संगठनों के नेता शामिल हैं।