सर्द हवा और संगम के बर्फीले पानी के बावजूद नागा साधु त्रिवेणी में जमकर अठखेलियां करते हैं। वे गंगा की गोद में ऐसे खेलते हैं, जैसे कोई बच्चा अपनी मां की गोद में। यह कैसे कर पाते हैं नागा साधु और उन्हें क्यों नहीं लगती है ठंड। इस तरह साधुओं ने खोला राज