Russia Ukraine War: यूक्रेन-रूस युद्ध को खत्म करने की कोशिशें एक बार फिर सुर्खियों में हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को शांति वार्ता के लिए एक मंच पर लाने की कोशिश की है, लेकिन रूस की ओर से ठंडा रवैया देखने को मिल रहा है।पिछले हफ्ते अलास्का में पुतिन से मुलाकात के बाद ट्रम्प ने 23 अगस्त को कहा कि ये युद्ध रोकना उनके लिए सबसे मुश्किल काम है। उन्होंने इसे तेल और सिरके को मिलाने जैसा बताया। ट्रम्प ने सोमवार को पुतिन के साथ फोन पर बात की और एक शिखर वार्ता की व्यवस्था शुरू करने की बात कही। लेकिन रूस ने साफ जवाब नहीं दिया। यूक्रेन किसी भी मुलाकात से नहीं डरता। हम शांति चाहते हैं, लेकिन मजबूत सुरक्षा गारंटी के साथ। रूस हर तरह से मुलाकात को टाल रहा है। जेलेंस्की ने वाशिंगटन में यूरोपीय नेताओं के साथ मुलाकात की और NATO जैसी सुरक्षा गारंटी की मांग की। उन्होंने 1994 के बुदापेस्ट समझौते की गलतियों को न दोहराने की बात कही। NATO महासचिव मार्क रुट्टे ने कीव में कहा कि गठबंधन यूक्रेन की सेना को मजबूत करने और पश्चिमी सुरक्षा प्रतिबद्धताओं पर काम कर रहा है। लेकिन रूस का रवैया ठंडा है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि पुतिन तब मिलेंगे, जब एजेंडा तैयार होगा। उन्होंने जेलेंस्की पर हर प्रस्ताव को ठुकराने का आरोप लगाया। क्रेमलिन के सहायक यूरी उशाकोव ने कहा कि शिखर वार्ता अभी तय नहीं है। लेकिन रूस का रवैया ठंडा है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि पुतिन तब मिलेंगे, जब एजेंडा तैयार होगा। उन्होंने जेलेंस्की पर हर प्रस्ताव को ठुकराने का आरोप लगाया। क्रेमलिन के सहायक यूरी उशाकोव ने कहा कि शिखर वार्ता अभी तय नहीं है।
पुतिन की क्षेत्रीय रियायतों की मांग एक जाल है। रूस ने कोई रियायत नहीं दी, वो हमलावर है।
