अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बनने से कुछ घंटे पहले ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अपने माता-पिता से फोन पर बातचीत की। बातचीत के दौरान शुभांशु शुक्ला के माता-पिता अपने बच्चे के इस कार्य को लेकर जहां उत्साहित थे वहीं उनके अंदर भय भी नजर आ रहा था। उनके पिता शंभू और मां आशा सुबह बुधवार की रात 2:30 बजे ही उठ गईं और प्रक्षेपण के लिए घंटों की उल्टी गिनती करने लगे।