Messi Vantara Visit: वंतारा पहले 2025 में बड़े विवादों में घिरा था। पशु अधिकार संगठनों और मीडिया रिपोर्ट्स ने आरोप लगाए थे कि यहां जानवरों की अवैध सोर्सिंग हुई, कुछ सप्लायर्स वाइल्डलाइफ ट्रेड और क्रूरता से जुड़े थे, और यह असली संरक्षण से ज्यादा एक प्राइवेट जू जैसा है जहां दुर्लभ जानवरों को कैद में रखा जाता है। सुप्रीम कोर्ट ने अगस्त 2025 में SIT जांच के आदेश दिए थे, लेकिन सितंबर में क्लीन चिट दे दी। फिर भी कई कार्यकर्ता (जैसे Big Cat Rescue जैसे संगठन) इसे “बिलियनेयर का प्राइवेट जू” कहते हैं — संरक्षण के नाम पर दिखावा, जहां जानवरों को जंगल में रिलीज करने की बजाय अमीरों के मनोरंजन के लिए रखा जाता है।मेसी की विजिट का टाइमिंग संदिग्ध लगता है — विवादों से ध्यान हटाने और इमेज सुधारने का तरीका। कुछ लोग इसे पाखंड कह रहे हैं क्योंकि मेसी बीफ खाते हैं, फिर भी उन्हें जबरन हिंदू रिचुअल्स करवाए गए। अंबानी परिवार की कंपनियां (रिलायंस) पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के आरोपों में रहती हैं, ऊपर से इतने पैसे सेलिब्रिटी टूर्स पर खर्च करना जबकि भारत में गरीबी और असली वाइल्डलाइफ संरक्षण की जरूरत है — यह हाइपोक्रिसी लगती है। सोशल मीडिया पर भी लोग कह रहे हैं कि यह VVIPs के लिए एक्सक्लूसिव है, आम जनता के लिए नहीं। कुल मिलाकर, असली संरक्षण की बजाय यह धन-प्रदर्शन और ब्रांडिंग ज्यादा लगता है।
