Mahakumbh Stampede: ‘मां कुंभ नहाने गई थीं। भगदड़ (maha kumbh bhagdad) में उनकी जान चली गई। सरकार की तरफ से डेड बॉडी मिली, उस पर 5 नंबर लिखा था। शव का पंचनामा हुआ, पुलिस कॉन्स्टेबल भी साथ था। इसके बावजूद सरकार की लिस्ट में मां का नाम तक नहीं था। इस वजह से हमें न कोई मुआवजा मिला, न कोई सरकारी मदद।’ 28 जनवरी को प्रयागराज में हुई कुंभ भगदड़ में नीलम श्रीवास्तव की मौत हो गई थी। लेकिन उनके पति केसी श्रीवास्तव और बेटी सौम्या के लिए दर्द सिर्फ अपनों को खोने का नहीं है, बल्कि इस बात का भी है कि सरकार ने उनकी मौत को मानने से इनकार कर दिया। घर में मातम पसरा है, पर प्रशासन की लापरवाही ने इस ग़म को और बढ़ा दिया है।