Karnataka Political Crisis : नाश्तों ने माहौल हल्का किया, लेकिन नेतृत्व पर कोई सहमति नहीं बनी। अब सभी की निगाहें 8 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली बैठक पर हैं। कर्नाटक में कांग्रेस सरकार अपने कार्यकाल के आधे रास्ते पर पहुँची है। इसी समय, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के बीच नेतृत्व बदलने की चर्चाएँ तेज़ हो गईं। पिछले चुनावों के बाद माना गया था कि दोनों नेताओं के बीच दो साल की पावर-शेयरिंग डील बनी थी। अब दो साल पूरे होते ही यह सवाल फिर उठ रहा है—अगला मुख्यमंत्री कौन?
