हिमाचल प्रदेश के विभिन्न इलाकों में बादल फटने की भयावह घटना के बाद पशुपालन और डेयरी विभाग ने केदारनाथ घाटी में प्रभावित खच्चरों और घोड़ों के लिए हेलीकॉप्टर से पशु चारा भेजा है। 1 अगस्त को अचानक से बादल फटने से कई लोगों की जान चली गई और बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान पहुंचा है। आपदा से बाधित जलापूर्ति और अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं सहित आवश्यक सेवाओं को बहाल करने के प्रयास भी जारी हैं। मीडिया से बात करते हुए रुद्रप्रयाग के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ आशीष रावत ने कहा, ‘केदारनाथ मार्ग पर आपदा के कारण मुख्य रूप से सोनप्रयाग-गौरीकुंड मार्ग पर काफी नुकसान हुआ है और परिवहन में रुकावट के कारण सोनप्रयाग से गौरीकुंड तक माल की आवाजाही बंद हो गई है। चूंकि ज्यादातर खच्चर और घोड़े गौरीकुंड में शरण लेते हैं और अभी भी वहीं मौजूद हैं, इसलिए भविष्य में उनके लिए भोजन की कमी की संभावना थी, जिसे देखते हुए हम यहां से चिरबासा हेलीपैड तक हेलीकॉप्टर के जरिए पशु चारा पहुंचा रहे हैं।
