अप्रैल में शराब नीति केस में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से CBI ने अपने ऑफिस में करीब साढ़े 9 घंटे तक पूछताछ की थी. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तलब करने के कुछ घंटों बाद, दिल्ली की मंत्री और आप नेता आतिशी ने भाजपा पर आप नेताओं को “झूठे” मामलों में फंसाने का प्रयास करने का आरोप लगाया। “बीजेपी आप और सरकार द्वारा पंजाब और दिल्ली में किए जा रहे काम से डरी हुई है… इसलिए, वे आप नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने और उन्हें जेल भेजने की कोशिश कर रहे हैं। वे पार्टी को खत्म करना चाहते हैं…” आप नेता ने कहा. CBI से पूछताछ के बाद केजरीवाल ने कहा था, “CBI ने जितने सवाल पूछे मैंने सभी के जवाब दिए. हमारे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है. ये पूरा का पूरा कथित शराब घोटाला झूठ है, फर्जी है और गंदी राजनीति से प्रेरित है.” केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आप पर कटाक्ष किया और आरोप लगाया कि पार्टी दिल्ली और पंजाब में ”भ्रष्टाचार” में शामिल रही है। ”जो लोग ईमानदारी का सर्टिफिकेट देते थे, उनके मंत्री एक के बाद एक जेल गए और उन्हें जमानत तक नहीं मिली। पिछले एक साल से अरविंद केजरीवाल मनीष सिसौदिया, सत्येन्द्र जैन और संजय सिंह को ईमानदारी का सर्टिफिकेट दे रहे हैं।” सच्चाई यह है कि जब से वह सत्ता में आए हैं, उनके नेता भ्रष्टाचार में शामिल हैं।”