इतिहास और विरासत में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के लिए एक अच्छी खबर है.पर्यटन को बढ़ावा देने और ऐतिहासिक स्मारकों को देखने अधिक से अधिक लोग आए इसके लिए सरकार ने अब सुबह से रात 9 बजे तक इनको खुला रखने का आवेदन स्वीकार कर लिया है.
इतिहास और विरासत में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के लिए एक अच्छी खबर है.पर्यटन को बढ़ावा देने और ऐतिहासिक स्मारकों को देखने अधिक से अधिक लोग आए इसके लिए सरकार ने अब सुबह से रात 9 बजे तक इनको खुला रखने का आवेदन स्वीकार कर लिया है.
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हाई कोर्ट ने कहा कि कोई भी इस बात पर जोर नहीं दे सकता कि मंदिर के पुजारी की नियुक्ति केवल एक विशेष जाति या वंश से ही हो सकती है। कोर्ट ने इसके साथ ही जोड़ा कि ऐसी जाति या वंश-आधारित नियुक्ति भारत के संविधान के तहत किसी भी संरक्षण प्रदान करने के लिए एक आवश्यक धार्मिक प्रथा नहीं है