खड़गे ने सरदार पटेल के 4 फरवरी 1948 के एक पत्र का हवाला दिया, जो उन्होंने हिंदू महासभा के नेता श्यामा प्रसाद मुखर्जी को लिखा था। इस पत्र में पटेल ने लिखा था: “गांधी जी की मृत्यु पर आरएसएस के सदस्यों ने हर्ष व्यक्त किया और मिठाई बांटी, जिससे विरोध और बढ़ गया। इन परिस्थितियों में सरकार के पास आरएसएस के खिलाफ कार्रवाई करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था।” पटेल ने आगे कहा कि आरएसएस और हिंदू महासभा की गतिविधियों ने देश में ऐसा वातावरण बनाया था, जो महात्मा गांधी की हत्या का कारण बना। उन्होंने आरएसएस के भाषणों को “सांप्रदायिक जहर” से भरा बताया।
