देश के अलग-अलग राज्यों में नक्सल को खत्म करने के लिए केंद्रीय सुरक्षाबलों की अगुवाई में अभियान चलाए जा रहे हैं.इसी बीच, CPI (माओवादी) ने 2 पन्नों के एक ख़त में इन अभियानों को अस्थायी तौर पर रोकने और केंद्र सरकार से शांति वार्ता करने की इच्छा जताई है. हालांकि अब तक इस चिट्ठी की पुष्टि नहीं हो पायी है. 15 अगस्त 2025 को जारी नक्सली केंद्रीय प्रवक्ता अभय के प्रेस नोट में यह घोषणा की गई है. पर्चे में कहा गया है कि पार्टी एक महीने तक हिंसा रोकने को तैयार है और सरकार से अपील की है कि बातचीत शुरू करने के लिए एक समिति बनाई जाए. लेकिन, सरकार इस चिट्ठी की सत्यता की जांच कर रही है. जानकारों का मानना है कि मौजूदा समय में नक्सलियों की संख्या बेहद ही कम है और वो सीज़फायर का समय मांगकर फिर से खुद को लामबंद करके अपनी ताकत बढ़ाना चाहते हैं.