BPSC की 70वीं संयुक्त परीक्षा में पेपर लीक के आरोपों पर आयोग के चेयरमैन परमार रवि मनुभाई ने कहा, ‘पेपर लीक की बात बिल्कुल गलत है। किसी सेंटर से कोई पेपर लीक नहीं हुआ है। एग्जाम को लेकर उठ रहे एक-एक सवाल की आयोग जांच करेगा।’ परमार ने कहा, ‘किसी ने हमें पेपर लीक होने की शिकायत नहीं की है। आयोग के लोग सेंटर पर गए थे। वहां बात करने में समझ आया कि कुछ कैंडिडेट्स ने अफवाह फैलाई की पेपर वायरल हो गया है। कैंडिडेट्स सेंटर के अंदर हंगामा करने लगे। पेपर छीनकर बाहर निकल गए। बाकी लोगों को भी भड़काया गया। बिना मोबाइल और बिना इंटरनेट के पेपर कैसे वायरल हो सकता है।’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देर से प्रश्न पत्र मिलने की जांच होगी। डीएम ने किस आधार पर कम प्रश्न मिलने की बात कही है? ये नहीं मालूम, प्रश्न पर्याप्त संख्या में थे।आयोग के चेयरमैन परमार रवि मनुभाई ने कहा, ‘पटना के एक केंद्र में कुछ उम्मीदवारों ने निरीक्षकों से प्रश्नपत्र छीन लिए और परीक्षा हॉल से बाहर निकल गए और चिल्लाने लगे कि पेपर लीक हो गया है। निरीक्षकों से प्रश्नपत्र छीनना और उन्हें बाहरी लोगों को दिखाना सार्वजनिक संपत्ति को लूटने के समान है। इन लोगों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई शुरू की जाएगी, जो एक साजिश के तहत काम करते दिख रहे हैं। हम उनकी पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं…’
The police and the administration had to use mild force to disperse the protesters, and Patna district magistrate Chandrashekhar Singh allegedly slapped a candidate. The BPSC claimed that the examination was conducted smoothly and fairly