Ajmer Dargah News: हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने अधिवक्ता शशि रंजन कुमार सिंह के माध्यम से दरगाह समिति को परिसर से हटाने की मांग करते हुए यह मुकदमा दायर किया है। इसमें भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को दरगाह का सर्वेक्षण करने के निर्देश देने की भी मांग की गई है। अजमेर दरगाह सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की मजार है। याचिका के अनुसार, मुख्य प्रवेश द्वार पर छत का डिजाइन हिंदू संरचना जैसा दिखता है, जो दर्शाता है कि यह स्थल मूल रूप से एक मंदिर था। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं।” उन्होंने कहा कि यह हिंदुस्तान की वह दरगाह है जिससे पूरी दुनिया के हर मजहब का आदमी जुड़ा हुआ है। हर मजहब के आदमी की आस्था दरगाह से जुड़ी हुई है। इस दरगाह की तारीख कोई सौ दो सौ साल पुरानी नहीं, लगभग 850 साल पुरानी है।