मेहनत की मोटी और गाढ़ी कमाई की बचत करना जितना जरूरी माना जाता है उतना ही महत्वपूर्ण इसे सही जगह पर निवेश करना भी है। अक्सर देखा गया है कि लोग जानकारी के अभाव में अपनी बचत को ऐसी जगह पर निवेश कर देते हैं जहां पर रिटर्न कम मिल रहा हो। ऐसे में वे लोग बाद में पछताते हैं। निवेश करने से पहले हमें सही जानकारी जुटा लेनी चाहिए और फिर जहां पर सबसे ज्यादा रिटर्न मिल रहा हो उसमें ही निवेश करना चाहिए।
मौजूदा समय में कई बैंक ऐसे हैं जो कि फिक्सड डिपॉजिट पर कई छोटे बैंकों से कम ब्याज दे रहे हैं। ऐसे में अगर आप उस बैंक में एफडी करवाएं जिसमें ब्याज ज्यादा दिया जा रहा है तो आपको ज्यादा फायदा मिल सकता है।
सबसे पहले बात करते हैं सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम की तो इसमें 60 साल से ऊपर के लोग निवेश के लिए पात्र हैं। हालांकि वे लोग जो कि 55 साल के हैं और वीआरएस लिया है तो वे भी पात्र माने जाते हैं। इसमें पांच साल की लॉक-इन अवधि है। इसमें अधिकतम 15 लाख तक जमा कर सकते हैं।
मौजूदा समय पर इस स्कीम में निवेश करने पर ग्राहकों को फिक्सड डिपॉजिट पर 7.4 फीसदी का ब्याज दिया जा रहा है। खास बात यह है कि सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम में 80सी के तहत टैक्स कटौती का फायदा भी साथ में मिलता है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 7.15 फीसदी ब्याज वाले सेविंग्स (टैक्सेबल) बॉन्ड में निवेश करना भी आपके लिए बेहतर साबित हो सकता है। इसका ब्याज नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट से लिंक्ड है लिहाजा इसकी ब्याज दर भविष्य में इतना ही बने रहने का आसार हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट में रिटायर्ड लोग निवेश करते हैं इस लिहाज से यही रेट बना रह सकता है।
छोटे बैंक पांच साल के डिपोजिट पर 7 फीसदी से ज्यादा का ब्याज दे रहे हैं। कोरोना संकट के चलते बड़े बैंक फिलहाल एफडी पर ज्यादा ब्याज देने से बच रहे हैं। हालांकि छोटे बैंक में निवेश से पहले सोच समझकर ही निवेश करें क्योंकि इनमें निवेश पर रिस्क ज्यादा होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि हाल में कई को-ऑपरेटिव बैंक दिवालिया हुए हैं।