आधार कार्ड एक बेहद ही महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेज है। आधार कार्ड में एक यूजर की कई महत्वपूर्ण जानकारियां दर्ज होती हैं। आधार कार्डधारकों को 12 अंकों का यूनिक नंबर भी दिया जाता है। आधार कार्ड को लेकर अक्सर लोगों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं।
एक सवाल अक्सर लोगों के मन में होता है कि क्या किसी के आधार कार्ड की कॉपी के जरिए कोई शख्स धोखे से बैंक में खाता खुलवा ले तो क्या होता है? या फिर ऐसे मामलों में क्या आधारकार्डधारक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी?
आधार कार्ड जारी करने वाली संस्था यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) के मुताबिक पीएमएल (Prevention of Money-Laundering) नियमों के तहत बैंक अकाउंट खोलने के लिए आधार कार्ड एक मान्य दस्तावेजों में से एक है। बैंकों को अकाउंट खोलने के लिए केवाईसी जैसी प्रक्रिया को पूरा करना होता है।
अगर कोई धोखेबाज किसी दूसरे शख्स के आधार का इस्तेमाल करके बैंक खाता खोलने की कोशिश करता है और बैंक खाता खोल देता है तो ऐसे मामले में आधार कार्डहोल्डर को बैंक की गलती के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है।
यह ऐसे ही है जैसे कोई धोखेबाज किसी और का वोटर कार्ड/राशन कार्ड का इस्तेमाल कर बैंक खाता खोलता है, तो इसके लिए बैंक ही जिम्मेदार माना जाता है। यूआईडीएआई के मुताबिक आज तक किसी भी आधार कार्डहोल्डर को इस तरह के फ्रॉड के चलते कोई वित्तीय नुकसान नहीं हुआ है।