इंजन ऑयल किसी भी वाहन के लिए काफी मायने रखता है। इंजन ऑयल वाहन के इंजन को फ्रेश रखने और लंबे समय तक फिट कंडीशन में रखने के लिए होता है। कई लोगों को इंजन ऑयल के बारे में कम जानकारियां होती हैं। यही वजह होती है कि लोगों को यह नहीं पता होता कि इंजन ऑयल कितनी तरह के होते हैं और वे कौन-सा ऑयल इस्तेमाल करें?इंजन ऑयल आमतौर पर दो तरह के होते हैं इनमें से एक सिंथेटिक और सेमी-सिंथेटिक होता है।

सिंथेटिक ऑयल के जरिए बेहतरीन लुब्रिकेशन हासिल होती है। यही वजह होती है कि जिन वाहनों यह डाला जाता है उसके जरिए बेहतरीन माइलेज हासिल होती है।

इनकी पररफॉरमेंस भी शानदार होती है क्योंकि यह इंजन में पिस्टन के घर्षण को कम कर देता है जिससे इंजन अपनी अधिकतम पॉवर तक पहुंचने में सक्षम होता है। सिंथेटिक इंजन ऑयल अन्य की तुलना में ज्यादा लंबे समय तक चलता है। यह अधिकतम और न्यूनतम तापमान पर भी बेहतर काम करता है।

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वहीं बात करें सेमी-सिंथेटिक इंजन ऑयल की तो इसमें थोड़ी मात्रा मिनरल ऑयल की होती है। मिनरल और सिंथेटिक इंजन ऑयल के बीच एक संतुलन बनाने के लिए सेमी-सिंथेटिक ऑयल बनाया जाता है। कम तापमान में भी यह इंजन के भीतर अच्छी चिपचिपाहट देता है। इसे सिंथेटिक ऑयल से कम बेहतर माना जाता है। इस वजह से यह सिंथेटिक ऑयल से सस्ता भी होता है।