कोरोना संकट के बीच अगर आप लोन लेने की सोच रहे हैं तो बेहतर रहेगा कि आप पहले सही जानकारी जुटा लें। ऐसा इसलिए क्योंकि अक्सर लोग बिना जानकारी के गलत लोन ले लेते हैं और फिर बाद में पछताते हैं। अक्सर ऐसा देखने को मिलता है जब लोगों को लोन लेने के बाद पता लगता है कि उन्हें सस्ता लोन मिल सकता था। ऐसी परिस्थिति में आप न फंसे इसके लिए आपको लोन के बारे में कुछ जानकारी होना जरूरी है।
पैसों की किल्लत या इमरजेंसी में मोटी रकम की जरूरत पड़ने पर लोग रिश्तेदारों या दोस्तों से मदद मांगते हैं। कई बार ऐसा होता है कि हमारी कोई मदद नहीं करता जिसके बाद हम बैंक में पर्सनल लोन के लिए अप्लाई कर देते हैं। बैंक से लिए गए कर्ज पर हमें भारी ब्याज चुकाना पड़ता है। हालांकि बहुत कम लोगों को इस बारे में जानकारी है कि उनके घर पर रखे गोल्ड पर भी लोन सुविधा मिलती है।
सरकारी और निजी क्षेत्र के बैंक, मण्णपुरम फाइनेंस, मुथूट फाइनेंस, आईआईएफएल जैसी कंपनियां गोल्ड लोन की सुविधा ग्राहकों तक मुहैया कर रहे हैं। बैंक लोन के रूप में सोने के मूल्य का 80% तक की पेशकश करते हैं। ये लोन बैंकों के पर्सनल लोन की तुलना में कहीं ज्यादा सस्ते होते हैं।
खास बात यह है कि बैंक के अन्य लोन को चुकाने की समयसीमा भी कम होती है लेकिन गोल्ड लोन पर समय सीमा ज्यादा होती है। गोल्ड लोन की ब्याज दरें 8.85% से 29% फीसदी सालाना के बीच हो सकती हैं। ब्याज दरें भी एलटीवी के आधार पर निर्धारित होती हैं।
कर्जदाताओं को फिक्स्ड और फ्लोटिंग दरों पर गोल्ड लोन मुहैया करवाया जाता है।पर्सनल लोन के लिए आपको किसी तरह का कोलेटरल देने की जरूरत नहीं होती। अगर आपका सिविल स्कोर अच्छा है तो बैंक आपको लोन मुहैया करते हैं। पर्सनल लोन के भुग्तान के लिए ग्राहकों के पास एकमात्र विकल्प ईएमआई होता है जबकि गोल्ड लोन पर दो तरह के विकल्प ग्राहकों को दिए जाते हैं जिनमें ईएमआई विकल्प और बुलेट रिपेमेंट का विकल्प चुन सकते हैं।