केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने शनिवार को एक बयान में स्वास्थ्य एवं आरोग्य केंद्रों के सुदृढ़ीकरण तथा आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत आभा आईडी बनाए जाने पर जोर दिया। जयपुर में उच्‍च अधिकारियों के साथ एक बैठक में उन्‍होंने आयुष्मान भारत डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के तहत आभा आईडी बनाए जाने पर जोर दिया। अगर आप भी आयुष्‍मान भारत योजना के तहत आभा आईडी का लाभ पाना चाहते हैं तो यहां आपको पूरी जानकारी मिलेगी कि कैसे और किसे मिलेगा इसका लाभ?

क्‍या होती है आभा आईडी?
आयुष्‍मान भारत डिजिटल मिशन के तहत सरकार द्वारा आभा आईडी को पेश किया गया है। यह एक तरह का हेल्‍थ आईडी कार्ड है, जो आपके हेल्‍थ का पूरा डाटा रखता है। आभा हेल्‍थ कार्ड यूजर्स को अनुमति देता है कि वे अपने हेल्‍थ से जुड़ी जानकारी डिजिटली हॉस्पिटल, क्लिनिक और बीमा कंपनी के साथ शेयर कर सकता है, आभा हेल्‍थ कार्ड में 14 नंबर होते हैं।

ABHA कार्ड के फायदें
आभा हेल्‍थ कार्ड यूजर्स को डिजिटली फ्री एक्‍सेस देता है, इसके तहत कहीं भी इलाज कराने जाते हैं तो आपको अपने इलाज के पुराने कागज और बीमारी के बारे में डॉक्‍टर से बताने की आवश्‍यकता नहीं होगी। वह आपका हेल्‍थ कार्ड देखकर ही जान सकेंगे कि आपने पहले किन चीजों का कहां-कहां इलाज कराया है और आपकी स्थिति कैसी है। आभा कार्ड आपको ऑप्‍ट इन ओर ऑप्‍ट आउट की सुविधा देता है। इसके तहत यूजर्स को स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी सभी योजनाओं का लाभ दिया जाता है। इसके तहत कोई भी व्‍यक्ति आभा कार्ड बनवा सकता है।

ABHA नंबर कैसे बनाएं
आभा, स्वास्थ्य आईडी, आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस का उपयोग करके 14 अंकों की संख्या जनरेट की जा सकती है। पंजीकरण करने के लिए, उपयोगकर्ताओं को healthid.ndhm.gov.in पर जाना होगा और ‘आभा नंबर बनाएं’ पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपको मौजूदा नंबर दर्ज करना होगा, इसके बाद ओटीपी सत्यापन होगा और उपयोगकर्ताओं को अपना नाम, लिंग, जन्म तिथि, मोबाइल नंबर और ईमेल पता सहित विवरण भरना होगा।

इसके अलावा यूजर्स को 14-अंकीय ABHA संख्या से लिंक करने के लिए एक PHR या ABHA पता बनाना होगा। यह उन्हें ABHA नंबर के तहत स्वास्थ्य रिकॉर्ड को साझा करने में सक्षम करेगा। प्रक्रिया के पूरा होने पर, उपयोगकर्ता अपने ABHA कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे। ABHA खाते को अब स्मार्टफोन के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है।