UTI Mutual Fund: देश के अग्रिणी म्यूच्युअल फंड कंपनी यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया (यूटीआई) में निवेश करना ग्राहकों को कई तरह से फायदा देता है। करोड़ों लोगों इसकी कंपनी की पॉलिसी में निवेश करते हैं। वित्तीय लक्ष्य के हिसाब से म्यूच्युअल फंड स्कीम चुनना फायदेमंद रहता है। ग्राहक अपनी मौजूदा और भविष्य की बढ़ती जरूरतों के अनुसार सही पॉलिसी को चुनें तो बेहतर रहता है। इसमें निवेश करने पर आपका रिटर्न मार्केट पर निर्भर करता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि शेयर का प्रदर्शन कैसा है।

अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सोच रहे हैं तो ‘यूटीआई पॉवर ऑफ थ्री’ में निवेश करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। इसमें एक एप्लीकेशन फॉर्म में निवेश के तीन विकल्प मुहैया करवाएं जाते हैं। एकमुश्त और सिप के जरिए इसमें आवेदनकर्ता एक या उससे अधिक पॉलिसी में निवेश कर सकता है। यह निवेशक के इक्विटी पोर्टफोलियो निवेश को बढ़ाती है। इसके साथ ही कम समय में संपत्ति निर्माण करती है।

इस पॉलिसी के पहले विकल्प के तहत सबसे पहले यूटीआई मास्टरशेयर फंड की बात करते हैं। इसके तहत ग्राहकों को ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम में निवेश का मौका मिलता है जो कि विशेष तौर पर लार्जकैप शेयरों में निवेश करती है। वहीं ग्राहकों को दूसरा विकल्प यूटीआई इक्विटी फंड के रूप में मिलता है। यह भी एक ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम है जो कि लार्जैकप, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में निवेश करती है।

वहीं तीसरा और आखिरी विकल्प के तौर पर ग्राहकों को यूटीआई वैल्यू ऑपर्च्युनिटीज फंड मिलता है। यह वैल्यू इंवेस्टमेंट स्ट्रेटजी को फॉलो करती है। कंपनी के मुताबिक ये तीनों ही फंड बेहतरीन है और ग्राहकों को एक ही पॉलिसी के भीतर जरूरत के हिसाब से अलग-अलग विकल्प मिलते हैं। इनमें निवेश की हिस्सेदारी निवेशकों के रिस्क पर निर्भर करती हैं।