Aadhaar, Unique Identification Authority of India: यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) की तरफ से जारी किए जाने वाला आधार आज हर किसी के लिए अहम दस्तावेज है। आधार के जरिए सरकारी योजनाओं की सब्सिडी के लिए क्लेम किया जाता है। आधार का इस्तेमाल बैंक खाता खोलने, या फिर अन्य जरूरी कामों के लिए होता है। यूआईडीएआई द्वारा देश के सभी निवासियों को आधार कार्ड में 12 अंकों की एक रैंडम संख्या दी जाती है।
इसमें यूजर का नाम, जन्मतिथि अथवा आयु (घोषित), लिंग, पता, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी और बॉयोमीट्रिक सूचना होती है। अक्सर लोगों का आधार कार्ड खो जाता है और वह इस असमंजस की स्थिति में होते हैं कि पुलिस में शिकायत दर्ज करवाएं या नहीं।
कुछ लोग पुलिस में शिकायत दर्ज करवाते हैं तो कई लोग बिना शिकायत दर्ज करवाए ही नया कार्ड बनवा लेते हैं। आधार में हमारी कई जानकारियां होती हैं इसके अलावा यह बैंक खातों, पैन कार्ड से भी लिंक्ड होता है तो ऐसे में हमें पुलिस में शिकायत जरूर दर्ज करवानी चाहिए। शिकायत दर्ज करवाने के साथ ही आपको अपने पास एफआईआर की कॉपी भी रखनी चाहिए।
अगर भविष्य में आपके आधार कार्ड के साथ कोई गलत काम किया जाता है या फिर आपसे किसी तरह की कोई ठगी को अंजाम दिया जाता है तो एफआईआर आपके सबसे ज्यादा काम आएगी क्योंकि आप इसका इस्तेमाल सबूत के तौर पर कर सकेंगे।
अगर आपने आधार को अपने बैंक अकाउंट से लिंक कर रखा है तो और भी मुश्किल है। क्योंकि हर दिन कई ऐसे मामले सामने आते हैं जिसमें लोगों के खातों से पैसा निकाल लिया जाता है और उन्हें भनक भी नहीं लगती। ऐसे में आधार नंबर को अपने तक ही रखना बेहतर साबित होता है इसलिए आधार को बेहद सावधानी के साथ संभाल कर रखें।