देश में साइबर क्राइम के मामलों में इजाफा हुआ है। साइबर अपराधी लोगों से ठगी करने के हर दिन नए-नए पैंतरे अपना रहे हैं। जालसाजों द्वारा अक्‍सर लोगों को पैसों का लालच, गिफ्ट वाउचर या फिर बैंक से तुरंत लोन कम इंटरेस्‍ट रेट पर दिलाने की बात करते हैं। ऐसे में आपको बेहद सतर्क रहने की आवश्‍यकता होती है, क्‍योंकि आपकी एक गलती से बैंक खाता खाली हो सकता है। आइए जानते हैं कैसे आप अपने बैंक खाते को सुरक्षित रख सकते हैं साथ ही अगर ऑनलाइन फ्रॉड हो गया है तो कहां और कैसे करें शिकायत?

इन बातों का रखें ध्‍यान

  • इंटरनेट पर किसी भी कंपनी का नंबर सर्च न करें, सिर्फ अधिकारिक वेबसाइट से ही नंबर लेकर कॉल करें।
  • किसी अनजान व्‍यक्ति के कॉल करने पर ऐप डाउनलोड न करें।
  • अनजान लिंक और एसएमएस पर क्लिक न करें और न ही किसी के साथ ओटीपी शेयर करें।
  • ऑनलाइन शॉपिंग की लिमिटी कम ही रखें, जैसे 10 हजार या 20 हजार रुपए।
  • ऑनलाइन पेमेंट के लिए दूसरा बैंक खाता रखें और उसमें कम रकम रखें।

किन नंबरों पर करें शिकायत
अगर फ्रॉड हो जाता है तो आप 1930, 155260 और 5895914375 नंबरों पर कॉल कर शिकायत कर सकते हैं। बता दें कि आरबीआई की ओर से लोगों को यह सूचना दी जाती है कि वे कभी भी अपना ओटीपी, किसी भी तरह का पासवर्ड, सीवीवी नंबर और पिन की जानकारी किसी को भी न दें।

कैसे जाल में फंसाते हैं जालसाज?
नोएडा सेक्‍टर 15 से फ्रॉड से जुड़ा एक मामला सामने आया है। यहां एक महिला के खाते से DTH रिचार्ज के बहाने 90 हजार रुपए की ठगी कर ली गई। महिला ने गलती से किसी दूसरे डीटीएच पर रिचार्ज कर दिया था, जिसके बाद उसने इंटरनेट से कंपनी के कस्‍टमर केयर का नंबर लिया और रिफंड के लिए कॉल किया। एक घंटे में पैसे वापस करने का आश्‍वासन देकर जालसाज ने मोबाइल में ऐप डाउनलोड कराया और फिर अकाउंट से 90 हजार रुपए ठग लिए गए। पीड़ि‍ता ने स्‍थानीय थाने में इसकी शिकायत की है।

वहीं नोएडा सेक्टर -11 की निवासी नैना गुप्‍ता के साथ भी फ्रॉड का मामला सामने आया है। बुधवार को उनके पास एक कॉल आई थी, जिसमें एक जालसाज ने उनसे दो बार में 45 हजार रुपए की ठगी कर ली। उन्‍होंने बताया कि ठगी करने वाले ने कहा कि उनके पिता, उनके खाते में कुछ रुपए ट्रांसफर करना चाहते हैं। चूंकि वे फोनपे, पेटीएम जैसे डिजिटल ऐप्स यूज नहीं करते, इस कारण उन्‍होंने उस फ्रॉड कॉल पर आसानी से विश्‍वास कर लिया और फोनपे पर आए 25000 रुपए के पॉपअप मैसेज पर क्लिक करके पिन एंटर कर दिया। ऐसा काम उन्‍होंने दो बार किया, जिसके बाद उनके खाते से 45000 रुपए कट गए। इस मामले की शिकायत नैना ने नजदीकी पुलिस स्‍टेशन में कराई है।

इसके अलावा अक्‍सर देखा जाता है कि ठगी करने वाले लोगों को स्‍पैम कॉल करते हैं और प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण या किसी भी सरकारी स्‍कीम का फायदा दिलाने के नाम पर कॉल करके या व्‍हाट्सऐप पर मैसेज करने की बात करते हैं। साथ ही इन योजनाओं के तहत पैसा ट्रांसफर करने के नाम पर बैंक डिटेल आदि की जानकारी भी मांगते। बैंक डिटेल मिलने के बाद जालसाज आपके खाते से पैसे गायब कर सकते हैं।

व्‍हाट्सऐप और ईमेल के माध्‍यम से भी साइबर अपराधी लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं। जैसे- व्हाट्सऐप पर अक्‍सर देखा जाता है कि फ्रॉड करने वाले KBC वाले मैसेज भेजकर आपको अधिक रकम देने का वादा करते है, जिसके बदले आपसे बैंक डिटेल की डिमांड करते हैं। बैंक डिटेल और ओटीपी या पिन के हाथ लगते ही जालसाज आपका खाता खाली कर सकते हैं।

बैंक खाते की केवाईसी कराने, क्रेडिट कार्ड जारी करने, तुरंत लोन कम ब्‍याज पर देने के साथ ही इंश्‍योरेंस पॉलिसी के तहत बोनस देने के नाम पर भी जालसाज लोगों से क्रेडेंशियल जानकारी लेकर ठगी करते हैं।