Sukanya Samriddhi Yojana: केंद्र सरकार ने बेटियों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए 2015 में सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की थी। स्कीम बेटियों की शिक्षा और उनके शादी-ब्याह के लिए रकम जुटाने में मदद करती है। इस बचत स्कीम में निवेश कर अभिभावक अपनी बच्चियों के खर्चों के लिए आर्थित तौर पर मजबूत हो जाते हैं। योजना के तहत माता-पिता 10 वर्ष तक की आयु की बच्ची के नाम पर खाता खोल सकते हैं, जिसे किसी भी पोस्ट ऑफिस में खुलवाया जा सकता है।

खाते में एक वित्त वर्ष में न्यूनतम जमा 250 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये तय है। अगर किसी खाते में एक वित्त वर्ष में 250 रुपये न्यूनतम जमा राशि नहीं डाली जाती तो ऐसे खातों को डिफॉल्ट अकाउंट में बदल दिया जाता है।

सरकार ने इस स्कीम के तहत खाता खुलवाने और निवेश की समय सीमा हाल ही में एक महीने बढ़ाकर 31 जुलाई 2020 कर दी है। ऐसे में अगर आप अपनी बच्चियों के नाम पर कोई सेविंग अकाउंट खोलने की सोच रहे हैं तो इस स्कीम के जरिए आप ज्यादा लाभ हासिल कर सकते हैं।

आप इस स्कीम में निवेश कर 64 लाख रुपये का फंड जुटा सकते हैं। मौजूदा समय में इस स्कीम पर सालाना ब्याज दर 7.6 फीसदी है। इस स्कीम में अभिभावक को 14 साल तक निवेश करना होता जबकि 21 मैच्योरिटी पीरियड 21 साल में पूरा होता है। यानी अभिभावक को 14 साल के क्लोंजिंग अमाउंट पर 21 साल तक उम्र पर ब्याज मिलता है। यानी 14 साल के बाद बचे हुए 7 साल के दौरान ब्याज का फायदा।

ऐसे जुटा पाएंगे 64 लाख का फंड: इस फंड को पाने के लिए आपको 14 साल तक आपको हर महीने 12500 रुपये का निवेश करना होगा। जो कि सालाना 1.50 लाख रुपये होता है। इस तरह अगर मौजूदा 7.6 फीसदी की ब्याज दर बनी रहे तो इस लिहाज से आपको सालाना कंपाउंडिंग के हिसाब से कुल 37,98,225 रुपये (ब्याज सहित) रुपये क्लोजिंग अमाउंट होगा।

इसके बाद सात साल तक आपको क्लोजिंग अमाउंट पर 7.6 फीसदी की ब्याज दर के हिसाब से कुल 63,42,589 रुपये हासिल होंगे। बता दें कि सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बेटी के नाम पर बचत के साथ ही टैक्स में भी छूट हासिल की जा सकती है। फिलहाल यह ऐसी स्कीम है, जिस पर सरकार की ओर ऊंचा ब्याज मिल रहा है और हर तरह से टैक्स फ्री है।