भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) ने 1 जनवरी 2020 से अपने यहां तीन नियमों में बदलाव किया है। बैंक ने ये फेरबदल उपभोक्ताओं को बढ़ती ऑनलाइन जालसाजी और फर्जीवाड़े से सुरक्षा देने, बेहतर अनुभव और सेवा देने के लिहाज से किए हैं।

ये बदलाव या यूं कहें सुविधाएं ज्यादातर लोगों की दैनिक जरूरतों से जुड़ी हैं। मसलन ATM-cum-Debit Card, OTP आधारित कैश निकासी की व्यवस्था और SBI Home Loan का सस्ता हो जाना। जानिए इनके बारे में विस्तार सेः

1- नहीं चलेंगे मैग्नेटिक स्ट्राइप कार्ड्स, सिर्फ EMV चिप वाले करेंगे कामः ATM/Debit Cards और सुरक्षित बनाने के मकसद से बैंक ने एक जनवरी, 2020 से पूर्व में जारी किए मैग्नेटिक स्ट्राइप आधारित एटीएम कम डेबिट कार्ड्स को अमान्य घोषित कर दिया है। अब से सिर्फ EMV चिप वाले कार्ड ही चलेंगे। एसबीआई से इस बारे में पहले उपभोक्ताओं को सूचित कर कार्ड रीप्लेस कराने के लिए भी कर चुका है।

2- OTP आधारित कैश निकासीः एसबीआई एटीएम धारकों को बैंक के एटीएम से 10 हजार रुपए से अधिक की निकासी पर पैसे निकालने के दौरान अब से पंजीकृत मोबाइल नंबर पर वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) भेजा जाएगा। यह कोड डालने के बाद ही रुपए निकल सकेंगे। मतलब साफ है कि बगैर OTP वेरिफिकेशन के एसबीआई एटीएम से कोई भी बैंक ग्राहक अब 10 हजार रुपए से अधिक नहीं विथड्रॉ कर सकेगा।

3. SBI Home Loan भी होगा सस्ताः स्टेट बैंक ने अपने External Benchmark based Rate यानी EBR में 25 बेसिस प्वॉइंट्स की कटौती की है। यह 8.05% से अब 7.80% प्रति साल हो गया है। नई दरें 1 जनवरी, 2020 से तत्काल प्रभाव में आएंगी। नतीजतन होम लोन पर ब्याज दर और ईबीआर से जुड़े अन्य MSME लोन्स में 25 बेसिस प्वॉइंट्स की कमी आएगी।