SBI: भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने हाल-फिलहाल में चार बड़े बदलाव किए हैं। दरअसल, ऐसा बैंकिंग सेवाओं को ग्राहकों के लिए और सरल व सुगम बनाने के मकसद से किया गया है। ऐसे में अगर आपका खाता स्टेट बैंक में है तो नीचें बताई गई बातें जरूर जान लीजिएः

डिजिटल इंडिया की राह पर बढ़ रहा SBI: देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक इन दिनों डिजिटल इंडिया की राह पर अग्रसर है। यही वजह है कि वह ज्यादातर सेवाओं को डिजिटल प्लैटफॉर्म पर लाने में जुटा है। मसलन क्रैश विथड्रॉल, डोर स्टेप बैंकिंग, पेपरलेस सर्विसेज, सेविंग्स अकाउंट इंटरेस्ट, लोन पेमेंट्स वगैरह। बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार ने मीडिया से इस बारे में कहा था, “देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक हर किस्म के ट्रांजैक्शंस का डिजिटल संसार बनाने के क्षेत्र में काम कर रहा है।” बैंक का हालिया ऐप- योनो (यू ओनली नीड वन) भी इस लक्ष्य (डिजिटलाइजेशन) को पूरा करने के मकसद से शुरू किया गया है। दावा है कि आने वाले लगभग दो सालों में इस ऐप के जरिए बैंक की सभी सेवाएं डिजिटल हो जाएंगी।

बैंक घर तक देगा सुविधाएं, पर…: बैंक ने इसके अलावा डोर स्टेप बैंकिंग (घर के दरवाजे तक) भी शुरू की है, पर यह 70 साल के वरिष्ठ नागरिकों या फिर दिव्यांग ग्राहकों के लिए है। योग्य ग्राहकों से इस सेवा के लिए 100 रुपए सेवा शुल्क और 60 रुपए प्रति ट्रांजैक्शंस (वित्तीय/गैर-वित्तीय) के रूप में लिए जाएंगे। डोरस्टेप बैंकिंग इसके अलावा उन सभी केवाईसी ग्राहकों के लिए भी है, जिनका मोबाइल नंबर बैंक के साथ रजिस्टर्ड है। साथ ही यह भी जरूरी है कि उनके घर और बैंक शाखा के बीच पांच किलोमीटर से अधिक की दूरी नहीं होनी चाहिए।

बगैर कार्ड के निकालें ATM से कैशः बैंक का हालिया ऐप- योनो की खासियत यह है कि ग्राहक इसकी मदद से बगैर कार्ड के ही एटीएम से कैश निकाल सकते हैं। ऐप का इस्तेमाल एंड्रॉयड और आईफोन ऑपरेटिंग सिस्टम पर किया जा सकता है। ऐप इसके अलावा वेब ब्राउजर के जरिए भी चलाई जा सकती है। नई ऐप के जरिए ग्राहक दो चरण में एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं। हालांकि, उन्हें इसके लिए वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी ) भी जेनरेट करना पड़ेगा, जो कि केवल आधे घंटे ही वैध रहता है। देश भर में बैंक के लगभग 16500 एटीएम पर इस सुविधा का लाभ लिया जा सकता है।

RBI रेपो रेट से लिंक हुए डिपॉजिट्सः एसबीआई ने बीते हफ्ते बचत खातों और कम अवधि वाले लोन (शॉर्ट टर्म लोन) की ब्याज दर को भारतीय रिजर्व बैंक के रेपो रेट से लिंक कर दिया। एक मई से एसबीआई के बचत खातों (एक लाख से अधिक बैलेंस वाले) को रेपो रेट से लिंक कर दिया जाएगा। यानी कि अगर आरबीआई अपनी मौद्रिक नीति में बदलाव करेगा, तो उसका तत्काल प्रभाव बचत खातों पर पड़ेगा।