भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने ग्राहकों को खुशखबरी दी है। बैंक के ग्राहक अब से बगैर कार्ड के ही ऑटोमेटेड टेलर मशीन (एटीएम) से रुपए निकाल पाएंगे। एसबीआई ने इसके लिए अपने यू ओनली नीड वन (योनो) कैश के साथ कार्डलेस एटीएम विथड्रॉल की सुविधा शुरू की है। बैंक ने इसके अलावा उस तरह के पेमेंट की शुरुआत भी कर दी है, जिसमें मोबाइल ऐप के जरिए प्वॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) टर्मिनल पर किसी भी सामान/सेवा के लिए भुगतान किया जा सकेगा। बता दें कि मौजूदा समय में कैश विथड्रॉल के लिए योनो कैश का इस्तेमाल देश भर में लगभग 16,500 एसबीआई के एटीएम पर किया जा सकता है।
मुंबई में योनो कैश सेवा को लॉन्च करते हुए बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार के हवाले से कहा गया, “योनो पर इस फीचर को इसलिए तैयार किया गया, ताकि लोग बगैर डेबिट कार्ड (फिजिकल) के कैश विथड्रॉ कर सकें। योनो के जरिए हम आने वाले दो सालों में ऐसा डिजिटल संसार बनाना चाहते हैं, जहां पर सारे ट्रांजैक्शंस एक ही प्लैटफॉर्म के अंतर्गत आ जाएं।”
एसबीआई ग्राहक योनो पर कैश विथड्रॉल के लिए रिक्वेस्ट डाल सकते हैं, जिसके बाद उन्हें ट्रांजैक्शंस के लिए योनो कैश का छह अंकों वाला पिन सेट करना होगा। बाद में छह डिजिट वाला रेफरेंस नंबर ग्राहकों के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस के जरिए भेजा जाएगा। हालांकि, वह निकासी यूजर को नजदीकी एटीएम पर इस एसएमएस के अगले 30 मिनटों के भीतर करनी होगी। एटीएम पर यूजर का वही पिन और रिफरेंस नंबर विथड्रॉल में काम आएगा।
बैंक का दावा है कि योनो के जरिए ट्रांजैक्शंस पहले के मुकाबले अधिक सुरक्षित होंगे, जबकि स्किमिंग और क्लोनिंग का जोखिम भी नहीं रहेगा। जिन एटीएम पर यह सेवा उपलब्ध रहेगी, उन्हें योनो कैश प्वॉइंट के रूप में जाना जाएगा। वहीं, बैंक की योनो ऐप का इस्तेमाल आईफोन ऑपरेटिंग सिस्टम और एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स के साथ किसी वेब ब्राउजर के जरिए किया सकेगा।
बता दें कि एसबीआई ने नवंबर 2017 में योनो को लॉन्च किया था। योनो के जरिए ग्राहकों को पांच मिनटों के भीतर नया खाता खोलने, चार आसान क्लिक्स पर फंड (रकम) ट्रांसफर करने, लोन पाने, एफडी पर ओवरड्राफ्ट की सुविधा पाने और किसी अन्य मदद के मामले में हेल्पलाइन (कस्टमर केयर) से चैट करने की सुविधा दी गई थी।