हाल ही में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने ग्राहकों को झटका दिया जब बैंक ने बचत खाते में जमा रकम पर ब्याज की दरों में कटौती करने के ऐलान किया। बैंक ने बचत खाते में एक लाख रुपये तक की जमा राशि पर ब्याज दर 3.50 फीसदी से घटाकर 3.25 फीसदी कर दी। बतौर निवेशक आपके लिए यह थोड़ा परेशान करने वाली बात है ही लेकिन इसके लिए आपको टेंशन लेने की जरूरत नहीं है।

ज्यादा ब्याज दर पाने के लिए आप के पास और भी कई विकल्प हैं। आप अन्य बैंकों की तरफ रुख करके और भी ब्याज कमा सकते हैं। फिक्स डिपॉजिट खाते से उलट बचत खाता में कोई लॉक नहीं हो सकता है।और यह भी गौर करने वाली बात है कि इनकम टैक्स एक्ट 1961 के तहत दस हजार तक की ब्याज रकम टैक्स फ्री होती है। वहीं वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह सीमा 50 हजार है।

आपके पास  कई सारे विकल्प है। आप पब्लिक सेक्टर बैंक  से लेकर प्राइवेट सेक्टर बैंक तक में निवेश कर सकते हैं।  लेकिन जानकारों का मानना है कि  को-ऑपरेटिव बैंक में निवेश करना सही नहीं है। हाल ही में पंजाब और महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक (पीएमसी बैंक) संकट के चलते ग्राहकों का विश्वास डिगा है। निजी क्षेत्र के बड़े बैंकों में IDFC फर्स्ट बैंक में 1 लाख से कम के बैलेंस वाले बचत खातों पर 6% के दर से ब्याज और आरबीएल बैंक 5% प्रतिशत ब्याज दर दे रहा है।

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इन चीजों के अलावा बैैंक ग्राहक को इस बात का ध्यान देना चाहिए कि वह बैंक बदलने के समय  पिछले बैंक में मिल रही सुविधाओं को खो तो नहीं रहा है। मसलन, एटीएम से रकम निकासी,  डेबिट कार्ड रिवॉर्ड प्वाइंट , मिनिमम बैलेंस जैसी सुविधाएं।