बैंक खाते से मोबाइल नंबर रजिस्टर कराना आज कल बेहद जरूरी हो चुका है। बैंक में इससे जमा रकम सुरक्षित भी बनी रहती है और खाताधारकों को समय-समय पर ट्रांजैक्शंस व अकाउंट डिटेल्स के अपडेट्स भी मिलते रहते हैं। मसलन चेक पेमेंट हो या फिर ब्याज की रकम, खाते में उसके आने पर लोगों को फट से मैसेज मिल जाता है। यानी इस सुविधा के अंतर्गत कोई आपकी अनुमति के बगैर ट्रांजैक्शन करेगा, तो आपको उसके बारे में फट से पता चल सकता है।
सभी पब्लिक सेक्टर बैंक (पीएसबी) और निजी बैंक ये सुविधा अपने ग्राहकों को देते हैं। देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) भी इनमें शामिल है। आप कुछ चरणों में आसान तरीके से अपने एसबीआई खाते से मोबाइल नंबर रजिस्टर कर सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे-
एसबीआई में खाते से मोबाइल नंबर रजिस्टर कराने के दो तरीके हैं। पहला- आप होम ब्रांच जाकर यह काम करा सकते हैं। वहां आपको संबंधित कर्मचारी से फॉर्म लेकर भरना होगा और बताई प्रक्रिया पर अमल करना पड़ेगा।
दूसरे तरीके में आप यह काम एसबीआई के एटीएम बूथ में जाकर खुद ही कर सकते हैं। सबसे पहले मशीन में अपना डेबिट कम एटीएम कार्ड स्वाइप करें। फिर स्क्रीन पर दिखने वाले मीन्यू में ‘रजिस्ट्रेशन’ ऑप्शन को चुनें।
आगे आपसे पिन डालने के लिए कहा जाएगा। उसे भी भर दें। फिर ‘मोबाइल नंबर रजिस्ट्रेशन’ पर क्लिक कर नंबर डालें और आगे बढ़ें। नंबर कन्फर्मेशन के लिए दो बार आपसे पूछा जाएगा।
यह प्रक्रिया पूरी कर लेने के बाद मोबाइल पर आपको उस नंबर पर रेफरेंस नंबर मिलेगा। उसके तीन दिनों के भीतर आपको कॉन्टैक्ट सेंटर से फोन आएगा। वहां कुछ डिटेल्स वेरिफाई होंगे, जिसके बाद मोबाइल नंबर रजिस्टर कर दिया जाएगा। बैंक की ओर से बाद में कन्फर्मेशन का मैसेज भी मिलेगा।
क्या है फायदा?: ऑनलाइन, मोबाइल और नेट बैंकिंग, ई-पेमेंट ऑप्शंस और पेमेंट ऐप्स के आने से हाल के कुछ सालों में लोगों को सहूलियत तो हुई है। मगर इसी के साथ ऑनलाइन फ्रॉड और जालसाजी के मामलों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। ऐसे में मोबाइल नंबर रजिस्टर होने से आप अपने खाते के हर एक ट्रांजैक्शन को ट्रैक कर पाएंगे। खाते से जुड़ा हर बड़ा-छोटा अपडेट आपको रजिस्टर्ड नंबर पर मिलेगा।