Sovereign Gold Bond Scheme 2020-21: अगर आप सोने में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं तो रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) की किस्तों की तारीखों का एलान कर दिया है। सरकार पहला बॉन्ड 20 अप्रैल को जारी करने जा रही है। कोरोना संकट के बीच सोने में निवेश करना फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि देखने में आया है कि जब जब अर्थव्यवस्था डगमगाती है तो सोने के दाम में उछाल आता है। सॉवरेन गोल्ड बांड एक सरकारी बांड है जो भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) सरकार की ओर से जारी करता है।

लॉकडाउन के चलते फिजिकल गोल्ड नहीं खरीद पा रहे तो सरकार कम भाव पर सोना खरीदने का मौका दे रही है।ऑनलाइन खरीदने पर निवेशकों को प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट मिलेगी। सोने के दाम इस समय तेजी से बढ़ रहे हैं। शुक्रवार (17 अप्रैल) को सोना एमसीएक्स पर 46,640 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जो इसका रिकॉर्ड स्तर है।

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड मोदी सरकार द्वारा 2015 में लॉन्च की गई एक ऐसी स्कीम में है जिसमें निवेशकों को फिजिकल तौर पर सोना खरीदने की जरूरत नहीं होती बल्कि बैंक या फिर पोस्ट ऑफिस से सोने के बॉन्ड पेपर खरीद लिए जाते हैं। इस स्कीम के तहत ग्राहकों को ब्याज के साथ-साथ उत्पाद पर सुरक्षा भी मिलती है।

इस स्कीम में निवेशकों को 2.5 फीसदी का ब्याज मिलता है और ये हर 6 महीने पर निवेशकों के बैंक खाते में डिपॉजिट किया जाता है। इस स्कीम में एक निवेशक एक वित्त वर्ष में न्यूनतम 1 ग्राम सोने और अधिकतम 4 किलोग्राम सोने में निवेश कर सकता है।

बॉन्ड पेपर का मैच्योरिटी टाइम 8 साल है लेकिन निवेशक चाहे तो पांच साल बाद भी मैच्योरिटी के लिए अप्लाई कर सकता है। आरबीआई 6 सीरिज के तहत बॉन्ड पेपर बेच रही है इसमें 20 अप्रैल से 24 अप्रैल तक पहली तो वहीं 31 अगस्त से 4 सितंबर तक छठी किस्त शुरू होगी।