कोरोना संकट और त्योहारी सीजन शुरू होने से पहले मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने गरीबों के लिए अन्नपूर्णा योजना के अंतर्गत ‘अन्न उत्सव’ की शुरुआत की है। इसके तहत 37 लाख नवीन लाभार्थियों को 1 रुपये किलो गेहूं, चावल, नमक दिया गया है। राज्य सरकार ने इसके लिए ‘अन्न उत्सव’ का शुभारंभ कर 37 लाख नवीन लाभार्थियों को पात्रता पर्ची देकर एक रुपये किलो राशन मुहैया कर रही है।
बुधवार को समन्वय भवन में आयोजित कार्यक्रम में सीएम चौहान ने अन्न उत्सव का शुभारंभ किया गया। इस योजना के तहत राज्य के 37 लाख लाभार्थियों को फायदा मिल रहा, जिनके पास राशन कार्ड मौजूद नहीं है। हर लाभार्थी को 5 किलो अनाज प्रति महीना भी उपलब्ध करवाया जा रहा है।
इस योजना के मुताबिक नए हितग्राहियों को इस महीने से 5 किलो गेहूं या चावल मिलेगा। बहुत से राशन कार्ड धारी हितग्राही ऐसे थे जिन्हें राशन नहीं मिल पाता था, क्योंकि उनके पास पात्रता पर्ची नहीं थी। शिवराज सरकार ने ऐसे लोगों की पहचान कर इन्हें भी पात्रता पर्ची दी है।
कोरोना संकट के बीच सरकार की इस योजना से गरीब परिवारों को बड़ी आर्थिक राहत मिलेगी। राज्य सरकार ही नहीं बल्कि केंद्र सरकार भी कोरोना के चलते उपजे हालातों से निपटने के लिए गरीबों को नवंबर तक मुफ्त राशन बांट रही है।इसके लिए राज्यों को उनके कोटे का अनाज लगातार दे दिया जा रहा है।
सभी गरीब परिवारों को जिनके पास राशन कार्ड है, और जिनके पास नहीं है, उन्हें 5 किलो गेहूं या चावल प्रति सदस्य और एक किलो चना अप्रैल से हर महीने मुफ्त दिया जा रहा है। सरकार ने राज्य सरकारों से कहा है कि वे गरीब मजदूरों को मुफ्त राशन का लाभ सुनिश्चित कराएं। खास बात यह है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत बिना राशन कार्ड वाले लोगों को भी मुफ्त राशन मुहैया करवाया जा रहा है।