Ration card rules and regulations: राशन कार्ड एक ऐसा दस्तावेज है जो कि राज्य सरकारों द्वारा जारी किया जाता है। इस कार्ड के जरिए पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम (पीडीएस) के तहत सब्सिडी पर अनाज मुहैया करवाया जाता है। यह कार्ड एक निश्चित आयवर्ग के लिए ही होता है, जिसकी सीमा अलग-अलग राज्य में अलग-अलग होती है. आम तौर पर 3 प्रकार के राशन कार्ड होते हैं- गरीबी रेखा के ऊपर, गरीबी रेखा के नीचे और अन्‍त्योदय परिवारों के लिए। राशन कार्ड का इस्तेमाल कई जगहों पर आईडी प्रूफ के तौर पर भी होता है।

राशन कार्ड को लेकर लोगों के मन में तरह-तरह के सवाल होते हैं। इनमें से एक सवाल यह भी है कि इस कार्ड को बनवावे के लिए पात्रता वे शर्तें क्या-क्या हैं? कौन राशन कार्ड बनवा सकता है और कौन नहीं? नियमों के मुताबिक राशन कार्ड बनवाने के लिए किसी भी व्यक्ति का भारत का नागरिक होना अनिवार्य है।

कार्ड बना रहे शख्स की उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए। अगर उम्र 18 साल से कम है तो इनका नाम माता-पिता के कार्ड में शामिल किया जाएगा। व्यक्ति के पास किसी अन्य राज्य का राशन कार्ड नहीं होना चाहिए। एक परिवार में परिवार के मुखिया के नाम पर राशन कार्ड होता है।

बता दें कि देश भर में सरकार की ओर से 80 करोड़ गरीबों को लॉकडाउन के दौरान मुफ्त राशन दिया जा रहा है। 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इसे बांटा जा रहा है। भले ही इस दौरान बिना राशन कार्ड या दस्तावेजों के ही राशन दिया जा रहा है, लेकिन आम दिनों में ऐसा नहीं होता। ऐसे में आप राशन कार्ड बनवा लें ताकि भविष्य में आसानी से राशन तक पहुंच हो सके।