Indian Railway IRCTC: रेल मंत्रालय अगले 10 दिनों के अंदर देशभर में 2600 से ज्यादा ट्रेनें चलाने की तैयारी में है। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनोद कुमार ने यह जानकारी साझा की है। शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि अगले 10 दिनों के में अलग-अलग राज्यों में फंसे सैकड़ों प्रवासी मजदूरों को 2600 ट्रेनों के जरिए उनकी गृह राज्य पहुंचाएगा।
बोर्ड के मुताबिक इन ट्रेनों से 36 लाख मुसफिर को अपने-अपने गृह राज्य पहुंचने में मदद मिलेगी। यादव ने बताया कि अब तक 2600 से ज्यादा ट्रेनों को चलाया गया है और 35 लाख से ज्यादा प्रवासियों को इन ट्रेनों का फायदा मिला है।
ऑन डिमांड चलाई जाने वाली इन ट्रेनों में टिकट बुकिंग डाक घर, एजेंट, कॉमन सर्विस सेंटर और रेलवे स्टेशन टिकट काउंटर के जरिए भी हो सकेगी। इसके अलावा यात्री इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन यानी IRCTC की वेबसाइट से भी टिकट बुक कर सकेंगे।
रेलवे बोर्ड ने कहा है कि कोरोनावायरस महामारी से बचते हुए लॉकडाउन के चौथे चरण में प्रवासी मजदूरों को घर तक पहुंचाया जा रहा है। हमने पिछले चार दिनों में रोजाना औसतन 260 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलायी हैं और प्रतिदिन तीन लाख यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया है।
रेलवे लॉकडाउन से पहले का सामान्य किराया ही वसूल रहा है। श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के खर्च का 85 प्रतिशत हिस्सा केंद्र वहन करता है जबकि राज्य भाड़े के रूप में बस 15 प्रतिशत का भुगतान कर रहे हैं। रेलवे के मुताबिक स्टेशनों पर स्क्रीनिंग प्रोटोकॉल, सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता का रेलवे सख्ती से पालन करवा रहा है। स्क्रीनिंग प्रोटोकॉल के जरिए यात्रियों के शरीर का तापमान मापा जाता है अगर वे स्वस्थ होते हैं तो ही उन्हें यात्रा की इजाजत दी जाती है।

