Provident Fund Withdrawal Process Online 2019 Explained: अपनी भविष्य निधि (पीएफ़) निकालने के लिए कर्मचारी को पहले ढेरों कागजी कार्रवाई करनी पड़ती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं हैं कर्मचारी अपने पीएफ़ को ईपीएफ़ओ पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन क्लेम कर सकता है। पहले अपना पीएफ़ निकालने के लिए खाताधारक को ढेरों डॉकयुमेंट के साथ पीएफ़ ऑफिस जाना पड़ता था। इतना ही नहीं इन डॉक्युमेंट्स के अलावा उसे बहुत सारे फॉर्म जमा करने पड़ते थे। लेकिन अब सब डिजिटल हो चुका है। आप अपने पीएफ़ का क्लेम ईपीएफ पोर्टल पर डिजिटल रूप से कर सकते हैं। हालांकि, पीएफ़ क्लेम करने का ऑनलाइन दावा केवल वे सदस्य कर सकते हैं, जिन्होंने आधार और बैंक विवरण को अपने यूएएन से लिंक किया है।
पीएफ खाते से पैसे निकालने के लिए, आपको ईपीएफओ की वेबसाइट https://epfindia.gov.in पर जाना होगा। इसके बाद “हमारी सेवाएं” टैब को खोलें और “कर्मचारियों के लिए” पर क्लिक करें। “कर्मचारियों के लिए” पृष्ठ पर, “सेवा” अनुभाग के अंतर्गत “यूएएन/ऑनलाइन सेवा (OCS / OTCP)” पर क्लिक करें। यह आपको एक नए पृष्ठ पर ले जाएगा – https://unifiedportal-mem.epfindia.gov.in/memberinterface/। यहां, आपको अपने यूएएन और पासवर्ड के साथ लॉग इन करना होगा।
लॉग इन करने के बाद, सदस्यों को “मैनेज” टैब के तहत केवाईसी सत्यापित करने की आवश्यकता होती है। जैसे ही आप केवाईसी पर क्लिक करते हैं, आपको एक नए वेबपेज पर भेज दिया जाएगा। इस वेबपेज पर, “डिजिटली एप्रूव्ड केवाईसी” सेक्शन को स्क्रॉल करें और अपने केवाईसी विवरण की जांच करें, जिसमें पैन, आधार और बैंक खाता शामिल होगा। आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपके सभी विवरण सही हैं।
यदि आपके सभी केवाईसी विवरण सही हैं, तो निकासी के लिए आगे बढ़ने के लिए शीर्ष मेनू में “ऑनलाइन सेवा” टैब पर क्लिक करें। क्लेम (FORM – 31, 19, 10C और 10D) पर क्लिक करें। अब आप एक नए वेबपृष्ठ पर जाएंगे, जहां आप अपने क्लेम के प्रकार जैसे – पीएफ विदड्रॉल/पीएफ एडवांस/ पेंशन विथड्रॉल चुन सकते हैं।
अब आप विवरण और दस्तावेज प्रदान करके अपने क्लेम के लिए आगे अध सकते हैं। उदाहरण के लिए: पीएफ एडवांस (फॉर्म 31) के लिए, आपको अपने चेक की स्कैन की हुई कॉपी अपलोड करने के लिए भी कहा जाएगा। आपको उसी बैंक खाते की चेक की स्कैन कॉपी अपलोड करनी चाहिए, जिसे आप ने केवाईसी वेरिफिकेशन के लिए दिया था। नियमों के अनुसार, ईपीएफ में कर्मचारी का योगदान, नियोक्ता के योगदान से मेल खाना चाहिए।