Pradhan Mantri Mudra loan Scheme: प्रधान मंत्री मुद्रा लोन योजना के तहत अपना खुद का बिजनेस करने वालों को सरकार लोन मुहैया करवाती है। सरकार 50 हजार रुपये से 10 लाख रुपये तक का लोन मुहैया करवाती है। ये लोन बैंक और वित्तीय संस्थाओं द्वारा दिए जाते हैं। योजना के तहत तीन कैटिगरी में लोन दिया जाता है। लोन चुकाने की अवधि को 5 साल तक बढ़ाया जा सकता है।

एक सवाल जो अक्सर इस योजना को लेकर लोगों के मन में आवेदन करने से पहले होता है कि इस स्कीम के तहत उन्हें कितना ब्याज चुकाना पड़ेगा? ऐसे में बात करें इस योजना के तहत वसूले जाने वाले ब्याज की तो यह अमूमन कारोबार की प्रकृति और उससे जुड़े जोखिम पर निर्भर करती है।

ये दरें लोन अमाउंट और रीपेमेंट पीरियड आदि पर भी निर्भर करती है। ब्याज दर बैंक के हिसाब से 12-18 फीसदी तक हो सकती है। हालांकि अमूमन 10 से 12 फीसदी का ब्याज वसूला जाता है। अलग-अलग बैंकों में यह दर अलग-अलग हो सकती है।

एक सवाल यह है कि अगर आप जिस ब्याज दर पर लोन लेते हैं और बाद में बैंक उस रेट को बदल देता है तो क्या इसका असर आपके लोन की ब्याज दर पर भी होगा या नहीं? इसका जवाब है नहीं। बैंक ने आपको इस योजना के तहत जिस ब्याज दर पर लोन मुहैया करवाया था आपको उसी दर पर ब्याज का भुगतान करना होगा। यानी की नई वाली ब्याज दर आपके लोन पर लागू नहीं की जा सकेगी। बैंक इसके लिए आपको बाध्य नहीं कर सकेंगे।