Post Office National Savings Recurring Deposit Account: सेविंग की आदत और फिर उसे रमक को किसी सही जगह पर निवेश करना भविष्य में हमें बेहतर रिटर्न देता है। अक्सर लोग बचत तो करते हैं लेकिन सही जगह पर निवेश नहीं करते जिसके चलते वह जितने फायदे के हकदार होते हैं उसे हासिल नहीं कर पाते। वहीं कुछ लोग तो बचत को संभाल कर ही रखते हैं जिसका उन्हें बिल्कुल ना के बराबर फायदा होता है।

अब सवाल यह है कि हम कहां निवेश करें जिससे ज्यादा फायदा हो। ऐसे तो बाजार में कई तरह के विकल्प के मौजूद हैं जैसे बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट, किसी इंश्योरेंस पॉलिसी में निवेश आदि। लेकिन बहुत कम लोगों को पोस्ट ऑफिस की स्कीम के बारे में पता होता है। पोस्ट ऑफिस की अलग-अलग स्कीम हैं जिनमें बैंक एफडी से ज्यादा ब्याज मुहैया करवाया जा रहा है। पोस्ट ऑफिस में निवेश करना बैंक की तुलना में ज्यादा सुरक्षित होता है क्योंकि यह सरकार द्वारा संचालित है। पोस्ट ऑफिस की एक ऐसी ही स्कीम है जिसमें आप रोजाना 100 रुपये का निवेश कर 5 लाख रुपये हासिल कर सकते हैं।

इस स्कीम का नाम पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट है। आप मात्र 10 रुपये में खाता खोलकर इसमें निवेश कर सकते हैं। इसमें कम से कम 10 रुपए से लेकर 5 से गुणा होने वाली किसी भी संख्या तक निवेश कर सकते हैं। अधितकम निवेश की कोई सीमा नहीं है। यह एकाउंट 18 साल के कम उम्र के लोगों के नाम पर भी खोला जा सकता है। मौजूदा समय में इस स्कीम में 5.8 फीसदी ब्याज मुहैया करवाया जा रहा है।

यह एक स्मॉल सेविंग स्कीम है लिहाजा हर तीन महीने में इसकी ब्याज दर बदलती है। ये एक तरह का एफडी अकाउंट ही है लेकिन इसमें निवेशक को हर महीने रकम जमा करनी होती है। यानी ये स्की सैलरी क्लास के लिए अच्छा ऑप्शन है। इसमें हर महीने एक निश्चित रकम लगाकर आप पैसों पर ब्याज कमा सकते हैं जो कि तिमाही आधार पर कंपाउंडिंग होकर जुड़ता जाता है। इसका मतलब आप इस स्कीम में जितने ज्यादा समय तक निवेश करेंगे उतना ही फायदा मिलेगा।

अब सवाल यह है कि आप रोजाना 100 रुपये का निवेश कर इस स्कीम से कैसे पांच लाख रुपये हासिल कर सकते हैं। इसके लिए आपको हर रोज 100 रुपये यानी महीने में 3 हजार रुपये 10 साल के लिए निवेश करने होंगे। इस दौरान आपका कुल निवेश 3.60 लाख रुपए होगा और मौजूदा ब्याज दर के हिसाब से आपको कुल पांच लाख रुपये मिलेंगे। यानी कि आपको पांच लाख रुपये में से 1.40 लाख रुपये ब्याज के तौर पर मिलेंगे।