PM Kisan Yojana: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम के तहत किसानों के खातों में सालाना 6 हजार रुपये की आर्थिक मदद भेजी जाती है। यह मदद 2-2 हजार रुपये की तीन किस्त में ट्रांसफर की जाती है। अबतक इस योजना के तहत 5 किस्त भेजी जा चुकी है। बीते साल लॉन्च हुई इस स्कीम से करोड़ों किसान जुड़ चुके हैं जिसका सिलसिला लगातार जारी है। वहीं लाखों किसान ऐसे भी हैं जिन्होंने इसके लिए अप्लाई किया पर उनके खाते में पैसा नहीं पहुंच रहा है।
इसके पीछे वजह है सही जानकारी फॉर्म में न देना। कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें किसानों के आधार कार्ड और बैंक अकाउंट में अलग-अलग नाम हैं। इसके चलते उनका आवेदन रोक लिया जाता है। वहीं कई किसान ऐसे हैं जिन्होंने अपना आधार नंबर ही गलत दर्ज किया होता है। क्योंकि यह डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम के तहत चलने वाली स्कीम है इसलिए आधार की सही जानकारी देना बेहद जरूरी है।
अगर आपके आधार कार्ड और बैंक खाते में अलग-अलग नाम हैं तो आपको सबसे पहले दोनों में एक ही नाम लिखवाना होगा। इसके बाद आप नए सिरे से जानकारी दर्ज करवाकर आवेदन की प्रक्रिया को आगे बढ़ा सकते हैं। अक्सर देखने को मिलता है कि किसान की इन लापरवाही की वजह से ही उनकी किस्त अटक जाती है। हालांकि ऐसे किसानों को अगली किस्त में पिछली किस्त के पैसे जुड़कर मिलने का प्रावधान है।
नियमों के मुताबिक अगर किसी बेनेफिशियरी का नाम स्टेट या केंद्र शासित प्रदेश सरकार द्वारा पीएम किसान के पोर्टल पर अपलोड किया गया है तो वह किस्त के लिए पात्र है। मगर किसान ने आधार नंबर या फिर अन्य जानकारियां गलत दर्ज की हो तो उनकी किस्त रोक ली जाती है।