WhatsApp दुनिया में पॉपुलर इंस्‍टेंट मैसेजिंग ऐप के रूप में इस्‍तेमाल किया जाता है। इस कारण यह यूजर्स के लिए नया-नया अपडेट लेकर आता है। अब व्‍हाट्सऐप ने यूजर्स के लिए एक और अपडेट पेश किया है। यूजर्स अगर व्‍हाट्सऐप पे का इस्‍तेमाल कर रहे हैं तो, उन्‍हें लीगल नाम बताना होगा। ये वे नाम होंगे, जो आपके बैंक अकाउंट में दर्ज होगा। सही नाम के बारे में जानकारी नहीं देने पर आप व्‍हाट्सऐप से पेमेंट नहीं कर पाएंगे।

व्हाट्सऐप अपने एफएक्यू सेक्‍शन के तहत जानकारी देता है कि ये नाम उस व्यक्ति को भी दिखाए जाएंगे, जिसे यूजर्स पैसे ट्रांसफर करता है या भुगतान करता है। इस संबंध में व्‍हाट्सऐप यूजर्स को नोटिफिकेशन भी दिखा रहा है, जिसमें यूजर्स के लिए लीगल नाम क्‍यों जरूरी है, इसके बारे में जानकारी दी गई है। वहीं अगर आप पेमेंट करते हैं तो पेमेंट किए गए यूजर्स के बारे में भी आपको जानकारी पहले ही मिलेगी।

क्‍यों है इसकी जरूरत
मैसेजिंग ऐप पर हो रहे धोखाधड़ी के मामले को रोकने के लिए, कंपनी का कहना है कि यह कदम फायदेमंद होगा और यह लीगल नाम की आवश्‍यकता नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के दिशानिर्देशों के अनुसार है। इससे यूजर्स को साइबर अपराधियों को पेमेंट करने से पहले ही यूजर आईडी या लीगल नाम से जानकारी हो सकेगी।

व्‍हाट्सऐप को कैसे होगी यूजर्स नेम की जानकारी
पेमेंट ऐप का कहना है कि वह यूजर्स के व्हाट्सऐप अकाउंट से जुड़े फोन नंबर का इस्तेमाल उनके बैंक अकाउंट नंबर की पहचान करने के लिए करती है। बैंक अकाउंट से जुड़ा नाम वह नाम है जिसे शेयर किया जाएगा। यानी व्‍हाट्सऐप की ओर से पेमेंट करने वाले यूजर्स द्वारा लीगन नाम शेयर किए जाने के बाद से वही नाम दिखाएगा, जो आपका व्‍हाट्सऐप पर दर्ज होगा और बैंक अकाउंट में भी वही नाम होगा।

व्हाट्सऐप यूजर्स को अपने प्रोफाइल नाम के रूप में ऐप पर 25 अक्षर तक के किसी भी नाम को चुनने की सुविधा देता है। यूजर्स अपने प्रोफ़ाइल नाम में इमोजी भी जोड़ सकते हैं।

भारत में व्‍हाट्सऐप पेमेंट सुविधा
अपनी पेमेंट सर्विस को तेजी से विस्‍तार कर रहा है। मैसेजिंग ऐप ने पेमेंट के लिए पहली बार 2018 में बीटा वर्जन के लिए यह सुविधा पेश किया था। इसके बाद सभी यूजर्स के लिए 2020 में सुविधा लॉन्च की गई थी।