भारतीय रेल ने यात्रियों की सहूलियत बढ़ाते हुए विभिन्न प्लैटफॉर्म्स पर इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) को अपने खाने-पीने का सामान बेचने की अनुमति दे दी है। मंगलवार (18 सितंबर) को रेलवे बोर्ड ने इस संबंध में आदेश जारी करते हुए दो दशक पुराना प्रतिबंध हटा दिया। रेलवे ने यह कदम यात्रियों की ओर से लगातार आ रही उन शिकायतों पर उठाया है, जिनमें कहा जा रहा था कि लंबे सफर पर प्रमुख और इंटरमीडिएट स्टेशंस पर खाने-पीने का सामान नहीं मिलता। सूत्रों के मुताबिक, यात्री अब से कई प्लैटफॉर्म्स पर आईआरसीटीसी के फूड प्लाजा से साफ-सुथरा खाने-पीने का सामान खरीद सकेंगे।

अभी तक रेलवे स्टेशंस पर आईआरसीटीसी द्वारा अनुमति प्राप्त स्टैटिक फूड प्लाजा और केटरिंग स्टाल्स को काउंटर पर सामान बेचने की अनुमति थी। इनमें से ज्यादातर नॉन सबअर्बन ग्रेड (एनएसजी 1 ग्रेड) के प्रमुख स्टेशंस पर कॉनकोर्स (भीड़भाड़ वाली जगह पर) में होते थे, जबकि एनएसजी 2 और एनएसजी 3 ग्रेड वाले स्टेशंस में किसी एक प्लैटफॉर्म पर एक ही स्टॉल होता है, लिहाजा यात्रियों को खाद्य पदार्थ खरीदने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ता था।

बता दें कि कमाई और यात्रियों की संख्या के आधार पर रेलवे स्टेशंस कुछ श्रेणियों में बंटे होते हैं। जिन स्टेशंस की कमाई 500 करोड़ से अधिक होती है और जहां दो करोड़ से अधिक यात्री आवाजाही करते हैं, उन स्टेशंस को एनएसजी-1 में गिना जाता है, जबकि 100 से 500 करोड़ के बीच की आय हासिल करने वाले और एक से दो करोड़ यात्रियों की संख्या वाले स्टेशंस एनएसजी-2 श्रेणी में गिने जाते हैं। वहीं, एनएसजी-3 में उन स्टेशंस को रखा जाता है, जहां 20 से 100 करोड़ रुपए की कमाई होती है और 50 लाख से एक करोड़ रुपए तक की कमाई होती है।

प्लैटफॉर्म्स पर छोटे या अनाधिकृत वेंडर्स इस तरह सामान बेचते हैं। पर उनके सामान की गुणवत्ता मानकों के आधार पर नहीं होती। (फोटोः ड्रीम्सटाइम)

बहरहाल, मौजूदा वक्त में प्लैटफॉर्म पर खाने-पीने के सामान ज्यादातर छोटे केटरिंग कॉन्ट्रैक्टर और अनाधिकृत वेंडर्स बेचते हैं। सूत्रों की मानें तो उनके सामान की गुणवत्ता कई कारणों से खराब होती है। मसलन उनका खाना, बनाने की सही विधि और पैकिंग के मानकों पर खरा नहीं उतरता। सूत्रों की मानें तो रेलवे स्टेशंस पर आईआरसीटीसी द्वारा मान्यता प्राप्त फूड प्लाजा अपने किचन बेस में खुद खाना पकाकर यात्रियों को अच्छी और साफ-सुथरी खाने-पीने की चीजें उपलब्ध कराएंगे।