Ola Electric के सीईओ भाविश अग्रवाल इन दिनों ट्विटर पर एक ट्वीट को लेकर चर्चा में हैं। उन्‍होंने ऐसे दावों का खंडन किया है, जिसमें कहा गया था कि ट्विटर पर उनकी तारीफ करने वालों की एक टीम काम कर रही है। भाविश अग्रवाल ने कहा कि उनकी ट्वीट पर रिप्‍लाई देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ज्‍यादा आते हैं, क्‍योंकि ट्रोलर्स ने उन्‍हें अधिक ट्रोल किया है।

मिंट की एक रिपोर्ट को लेकर ‘द देशभक्त’ नामक यूजर्स ने एक ट्वीट लिखा कि “सोशल मीडिया पर ओला इलेक्ट्रिक की आलोचना को दूर करने के लिए समन्वित ट्विटर हैंडल का नेटवर्क काम कर रहा है, जो इस रिपोर्ट में भी दर्ज है। इसके विपरीत ओला इलेक्ट्रिक के फाउंडर और सीईओ भाविश अग्रवाल ने ‘The DeshBhakt’ को जवाब में लिखा कि “ओला इलेक्ट्रिक और मैं कॉर्पोरेट भारत में सबसे बड़े ट्रोल हमलों में से एक है।”

उन्‍होंने आगे लिखते हुए कहा कि “मेरे ट्वीट्स को अब मोदीजी के ट्वीट्स से भी ज्यादा रिप्लाई मिलते हैं, जबकि भाविश अग्रवाल के फॉलोअर्स प्रधानमंत्री के अपेक्षा बहुत कम हैं। बता दें कि ट्विटर पर ओला के सीईओ के लगभग 3.5 लाख ट्विटर फॉलोअर्स हैं, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 78.5 मिलियन ट्विटर फॉलोअर्स हैं।

वहीं मिंट रिपोर्ट की बात करें तो बताया गया है कि ओला इलेक्ट्रिक स्कूटरों के खिलाफ नकारात्मक प्रतिक्रिया शेयर करने वाले लोगों को जवाब देने के लिए के लिए कई खाते समन्वित तरीके से काम करते हैं, जो ईवी में आग लगने और खराब इकाइयों की कई रिपोर्टों के बाद जांच के दायरे में आ गए हैं। वहीं भाविश अग्रवाल का कहना है कि ओला इलेक्ट्रिक समन्वित ट्रोल के अधीन है। उन्‍हें और ओला इलेक्ट्रिक को सबसे अधिक ट्रोल किया जा रहा है।

गौरतलब है कि ओला इलेक्ट्रिक ने स्‍कूटर्स में आग लगने वाली घटना के बाद 1,400 से अधिक यूनिट को वापस बुला लिए थे। वहीं मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़े के अनुसार, अप्रैल में ओला इलेक्ट्रिक की बिक्री हीरो इलेक्ट्रिक से अधिक हुई है और भारत में यह पहले नंबर पर पहुंच चुका है।