कोरोना संकट के चलते लाइफ इंश्योरेंस कार्पोरेशन यानी एलआईसी ने पॉलिसीधारकों को बड़ी राहत दी है। पॉलिसीधारक अब घर बैठे ऑनलाइन ही मैच्योरिटी क्लेम कर सकेंगे। एलआईसी ने इस संबंध में एक बयान भी जारी किया है जिसमें कोविड-19 महामारी के चलते 30 जून 2020 तक मैच्योरिटी क्लेम ऑनलाइन अप्लाई करने के लिए कहा गया है। एलआईसी के मुताबिक मैच्योरिटी क्लेम के साथ-साथ पॉलिसीधारक सर्वाइवल बेनिफिट के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं।
कंपनी की तरफ से एक ईमेल आई भी जारी की गई है और साथ ही यह भी बताया गया है कि कैसे क्लेम के लिए अप्लाई किया जा सकता है। कंपनी के मुताबिक पॉलिसीधारकों को claims.bo<Branch code>@licindia.com पर मेल भेजना होगा। यहां ब्रांच कोड सर्विसिंग ब्रांच है।
उदाहरण के तौर पर अगर 883 आपकी सर्विसिंग ब्रांच का कोड है तो मेल claims.bo883@licindia.com. पर भेजना होगा। पॉलिसीधारकों को ध्यान रखना होगा कि स्कैन कॉपी जो कि मेल के साथ अटैच होंगी उनका साइज 5 एमबी से ज्यादा नहीं होना चाहिए। और अगर साइज इससे ज्यादा है तो एक से ज्यादा मेल भेजने होंगे।
हालांकि क्लेम के लिए कंपनी ने कुछ शर्ते भी रखी हैं। बयान में के मुताबिक, क्लेम ऐसी पॉलिसी पर मिलेगा जो सक्रिय हैं। जिन पॉलिसी पर कोई बकाया न हो। कोई डुप्लीकेट पॉलिसी पर क्लेम मान्य नहीं होगा। बेनिफिट क्लेम के मामले में कुल सर्वाइवल बेनिफिट की रकम 5 लाख रुपये तक हो -मैच्योरिटी क्लेम के मामले में पॉलिसी की बीमित राशि 5 लाख तक हो।
वहीं बीमा नियामक इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने अपने ताजा दिशानिर्देशों में कहा है कि स्वास्थ्य बीमा कंपनियां लगातार 8 साल तक प्रीमियम लेने के बाद बीमा दावों पर एतराज नहीं कर सकती हैं। इरडा ने कहा कि इन दिशानिर्देशों का मकसद क्षतिपूर्ति आधारित स्वास्थ्य बीमा (व्यक्तिगत दुर्घटना और घरेलू/विदेश यात्रा को छोड़कर) उत्पादों में बीमा की रकम पाने के लिए सामान्य नियम और शर्तों का मानकीकरण करना है। इसके लिए पॉलिसी करार के सामान्य नियमों और शर्तों की भाषा को आसान बनाया जाएगा और पूरे उद्योग में एकरूपता सुनिश्चित की जाएगी।