LIC Pension Plan: लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एलआईसी) देश की सबसे भरोसेमंद बीमा कंनपियों में से एक मानी जाती है। इस कंपनी का संचालन सरकार के हाथों में है इस वजह से लोगों का इसपर भरोसा अन्य कंपनियों के मुकाबले ज्यादा है। एलआईसी की अलग-अलग पॉलिसी हैं जो हर वर्ग की भविष्य और वर्तमान की जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन की गई हैं।
नौकरीपेशा लोगों को अक्सर रिटायरमेंट के बाद अपने और अपने परिवार के खर्च की टेंशन सताए रखती हैं। 60 साल की उम्र के बाद नौकरी की नहीं जा सकती तो पेंशन के जरिए कुछ हद तक मदद मिल जाती है। सरकार की भी पेंशन स्कीम हैं लेकिन उनमें निवेश की अलग-अलग शर्तें हैं जिस वजह से हर कोई उनके जरिए पेंशन हासिल नहीं कर सकता।
इसी कमी को दूर एलआईसी की ‘जीवन शांति’ पॉलिसी करती है। यह एक पेंशन पॉलिसी है और इसमें आप एकमुश्त निवेश कर जिंदगीभर पेंशन का सुख पा सकते हैं। इस पॉलिसी में आप एकमुश्त राशि देकर अपने लिए हर महीने 10 हजार रुपये पेंशन की व्यवस्था कर सकते हैं।
पॉलिसी में निवेश की ये हैं शर्तें:-
उम्र: न्यूनतम 30 वर्ष और अधिकतम 85 वर्ष
सम एश्योर्ड: न्यूनतम सम एश्योर्ड डेढ़ लाख रुपये तो वहीं अधिकतम की कोई सीमा नहीं है
लोन: पेंशन शुरू होने के 1 वर्ष बाद लोन सुविधा और इसे
सरेंडर: पेंशन शुरू होने के 3 महीने बाद पॉलिसी सरेंडर की जा सकती है
पेंशन के विकल्प: इमीडिएट और डेफ्फर्ड
इमीडिएट का मतलब है कि पॉलिसी लेने के तुरंत बाद ही पेंशन तो वहीं डेफ्फर्ड एन्युटी का मतलब है पॉलिसी लेने के कुछ समय (5, 10, 15, 20 साल) बाद पेंशन का भुगतान। तुरंत पेंशन पाने के लिए पॉलिसीधारक की अधिकतम उम्र 85 साल होनी चाहिए।
अगर आप इस पॉलिसी में एकमुश्त 2000000 रुपये निवेश करते हैं तो और इमीडिएट विकल्प को चुनते हैं तो आपको हर महीने 10067 रुपये की पेंशन मिलने लगेगी। आइए इसे एक उदाहरण से समझते हैं कैसे आप इतनी पेंशन पा सकते हैं:-
उम्र: 37
सम एश्योर्ड: 2000000
एकमुश्त प्रीमियिम: 2036000
पेंशन:
वार्षिक: 124600
अर्धवार्षिक: 61300
तिमाही: 30275
मासिक: 10067
मान लीजिए अगर कोई 37 साल का व्यक्ति ऑप्शन ‘A’ यानी Immediate Annuity for life (प्रति महीने पेंशन) को चुनता है। इसके साथ ही वह 2000000 रुपये के सम एश्योर्ड विकल्प को चुनता है। तो उसे 2036000 रुपये के प्रीमियम का एकमुश्त भुगतान करना होगा। इस निवेश के बाद उसे प्रति माह 10067 रुपये की पेंशन मिलेगी। यह पेंशन जब तक पॉलिसीधार जीवित रहता है तब तक मिलेगी। वहीं मृत्यु के बाद यह पेंशन आना बंद हो जाएगी।