फेस्टिव सीजन के दौरान अधिकतर लोगों का बजट बिगड़ जाता है। पर खर्च थोड़ा समझदारी और सलीके से किया जाए, तब आप बगैर जेब ढीली किए नवरात्रि, दशहरा, करवा चौथ, धनतेरस और दिवाली सरीखे खुशियों भरा त्यौहार मना सकते हैं। BankBazaar.com के सीईओ अधिल शेट्टी इसके लिए ये छह तरीके सुझा रहे हैं:

1- त्यौहारी खर्च को बजट करें फिक्सः खर्च करने की सीमा तय नहीं करेंगे तो फेस्टिव सीजन में उम्मीद से अधिक भी खर्च हो सकता है। यही वजह होती है कि कई बार कुछ गैर जरूरी चीजें आ जाती हैं और बाद में पछतावा होता है, इसलिए पहले तय कर लें कि किस त्यौहार या चीज पर कितना बजट है। हो सके तो जरूरी चीजों की लिस्ट बना लें और प्राथमिकतानुसार उन्हें पूरा करें।

2- बहुत जरूरी न हो, तो उधार लेनें से बचें: बैंक या फिर अन्य कर्ज देने वाले संस्थानों से उधार लेने से बचें। भले ही ऑफर मिले या कोई और चीज हो, क्योंकि रकम तो आपको ही चुकानी पड़ेगी। वह भी ब्याज के साथ, इसलिए जब तक बहुत जरूरी न हो, तब तक उधार लेने से तौबा करें।

3- खर्चों का हिसाब-किताब रखें: त्यौहार में छोटे-छोटे खर्चों का भी लेखा-जोखा रखें। यह काम करने से मोटा-मोटी अंदाज लगेगा कि आप कहां और कैसे खर्च कर रहे हैं। आगे बजट बनाने में भी यह काम आपकी मदद करेगा। आप हिसाब-किताब बनाने के लिए पेन-पेपर के सहारे के अलावा फोन का नोटपैड या फिर बजट ट्रैकिंग मोबाइल ऐप्स भी यूज कर सकते हैं।

4- छूट/ऑफर्स के लालच में न आएं: त्यौहार के दौरान हर जगह ऑफर्स और बंपर छूट की होड़ रहती है। लोभ में आकर इनके ‘जाल’ में न फंसे और अधिक सीमा में खर्च न करें। दरअसल, उस वक्त तो आपको खर्च नहीं खलेगा, पर त्यौहार गुजरने के बाद आर्थिक हालत पर प्रभाव साफ तौर पर नजर आएगा।

5- खर्च करने वाले फंड को रखें अलगः दशहरा-दिवाली और अन्य चीजों के लिए जो खर्च करने वाले हैं, उसके लिए पैसे सामान्य खर्च से इतर रखें। ऐसे में फेस्टिव टाइम में आपकी दैनिक जरूरतें भी प्रभावित नहीं होंगी और आसानी से आप अपने त्यौहारी टारगेट्स भी अचीव कर लेंगे।

6- खर्च के लिए सही टूल का करें यूजः पर्व के दौरान ढेर सारे ऑफर्स और डिस्काउंट्स भी आते हैं। ये डेबिट/क्रेडिट कार्ड्स के जरिए मिलते हैं। अब तो चीजें इन्हीं कार्ड्स के जरिए EMI से भी मिल जाती हैं, पर खरीदारी के दौरान समझदारी और संयम जरूर बरतें।