IRCTC यानी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन अपने यात्रियों के लिए बेहतर से बेहतर व्यवस्था देने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी के बाद भारतीय रेलवे कई अहम बदलाव करने की जुगत में लगा है। रेलवे की कोशिश है कि टूरिस्टों और बुजुर्गों को यात्रा के दौरान सुखद सफर का अनुभव दिया जा सके। रेलवे यात्रा के दौरान आराम से लेकर पैंट्री तक की चीजों को और विकसित करना चाहता है।इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन ने रेलवे बोर्ड के सामने सात से आठ ट्रेन खरीदने का प्रस्ताव भी रखा है। आईआरसीटीसी चाहता है कि टूरिस्ट पैकेज के लिए चलाई जाने वाली ट्रेनें भी उसकी अपनी हो।
बुजुर्गों के लिए आरामदायक सीटें : नौजवानों और बच्चों के साथ ट्रेन में सफर करते हुए थोड़ी बहुत कठिनाई से निपटा जा सकता  है लेकिन जब बात बुजुर्गों की हो तो उनके लिए लोअर बर्थे से लेकर टॉयलेट सीट और कई ऐसी दिक्कतों से गुजरना पड़ता है। ऐसे में रेलवे बुजुर्गों के लिए आरामदायक सीट का इंतजाम करने की जुगत में है। ट्रेन में बढ़िया इंटीरियर और सीटों में भी बदलाव किया जा सकता है।
सफर बनेगा और मजेदार:
रेलवे के मुताबिक टूरिस्टों के सफर को यादगार बनाने के लिए टूरिस्ट ट्रेन में बेहतरीन सुविधा का इंतजाम किया जाएगा। टूरिस्टों की यात्रा का लुत्फ बढ़ाने के लिए रेलवे कई ऐसी सुविधाओं का इंतेजाम करेगा जिससे मेहमानों का सफर यादगार बन जाए।
ट्रेन में ही बनेगा खाना: टूरिस्टों के मनोरंज और बुजुर्गों की सीट के साथ-साथ रेलवे ट्रेन में खाने की गुणवत्ता सुधारने का भी मन बना लिया है। पहले ट्रेनों के चलने से पहले उसमे पका हुआ खाना चढ़ाया जाता था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। नई व्यव्स्था में खाना ट्रेन में ही पकेगा और वहीं पैक होगा और वहीं से यात्रियों के पास पहुंचेगा। खाने में भी विविधता रखी जाएगी।हालांकि यात्री आर्डर देकर कुछ भी नहीं बनवा सकेंगे लेकिन मेन्यू में उपलब्ध चीजों को यात्री तुरंत ऑर्डर कर मंगा सकेंगे।

