IRCTC, Indian Railway: कोरोना संकट और लॉकडाउन के चलते बीते दिनों रेलवे सेवाएं पूरी तरह से ठप रहीं। करीब 2 महीने तक ट्रेनों का संचालन नहीं किया गया। इंडियन रेलवे के इतिहास में यह पहली बार था जब रेल सेवा पूरी तरह से बंद रही। इस दौरान लोग रेलवे पास का इस्तेमाल नहीं कर सके। ऐसे लोगों को वेस्टर्न रेलवे की तरफ से बड़ी राहत दी गई है। वेस्टर्न रेलवे के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल के जरिए कहा गया है कि लॉकडाउन के चलते पासधारक जितने दिन सफर नहीं कर सके थे अब उतने ही दिन की अवधि तक पास विस्तारित होगा।

रेलवे के मुताबिक आवश्यक सेवा कर्मियों के लिए यह व्यवस्था लागू होगी। ट्वीट में यह भी जानकारी दी गई है कि जल्द ही अन्य यात्रियों को भी इसका लाभ मिलेगा। यानी की वे आवश्यक सेवा कर्मी जिनका लॉकडाउन के दौरान पास वैध था उन्हें इसका सीधा लाभ पहुंचने जा रहा है।

बता दें कि रेलकर्मियों को परिवार के साथ यात्रा करने के लिए यात्रा पास मिलता है। इसके साथ ही उन्हें पीटीओ भी दिया जाता है। इसके जरिए सस्ती दर पर रेल यात्रा की जा सकती है। पीटीओ हर 6 महीने के अंतराल पर जारी किया जाता है। रेल कर्मचारी संगठनों की तरफ से लगातार यह मांग की जा रही थी कि रेल कर्मियों के यात्रा पास की वैधता अवधि को बढ़ाया जाए जिसके बाद विचार विमर्श के बाद यह फैसला लिया गया।

23 अक्तूबर 2019 से 30 नवंबर 2019 तक की अवधि में जारी पास या पीटीओ की मान्यता अब 15 जुलाई 2020 है। एक दिसंबर से 30 दिसंबर 2019 के बीच जारी पास व पीटीओ 15 अगस्त तक मान्य होंगे। वहीं इस 30 दिसंबर के बाद जारी किए गए पास की वैधता अब 30 अगस्त निर्धारित की गई है। ठीक इसी तरह इस साल जारी किए गए पास की वैधता को बढ़ाया गया है।रेलवे के मुताबिक एक जनवरी से 31 जनवरी के बीच बने रेलवे पास 15 सितंबर 2020 तक रहेगी। फरवरी और मार्च में बनाए गए पास की वैधता भी बढ़ा दी गई है।