UTI Wealth Builder Fund: कोरोना संकट के बीच अगर आप अपनी बचत के पैसों को बेहतर रिटर्न की उम्मीद में निवेश करने की सोच रहे हैं तो यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया (यूटीआई) म्यूच्यूल फंड के वेल्थ बिल्डर फंड में निवेश कर सकते हैं। इस फंड के तहत दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ ग्राहक को मिल सकता है।

भारतीय म्युचुअल फंड उद्योग में अन्य सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की संस्थाओं के प्रवेश से पहले यूटीआई या यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया पहली निवेश कंपनी है। यूटीआई एमएफ के पास विभिन्न व्यवसायों में प्रबंधन के तहत संपत्ति है जिसमें घरेलू म्यूचुअल फंड, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और वैकल्पिक निवेश निधि शामिल हैं। आपका रिटर्न इस बात पर निर्भर करता है कि शेयर का प्रदर्शन कैसा है।

अब आपके मन में सवाल होगा कि यूटीआई म्यूच्यूल फंड के वेल्थ बिल्डर फंड में निवेश कर आपको कितना रिटर्न हासिल होगा? यूटीआई की वेबसाइट में इस प्लान के बारे में दी गई जानकारी के मुताबिक इसमें बीते पांच साल में 4.77 फीसदी रिटर्न और एक साल में 8.2 फीसदी रिटर्न निवेशकों को हासिल हुआ है। मौजूदा समय में इस प्लान की नेट एसेट वैल्यू (एनएवी) 36.5736 रुपये है। यह एक मध्यम रूप से उच्च जोखिम वाला प्लान है। इसकी लॉन्च डेट 19 नवंबर 2008 है। इसमें आपको तीन तरह से निवेश के विकल्प मिलते हैं जिसमें गोल्ड, पीपीएफ और फिक्सड डिपॉजिट शामिल है।

रिटर्न कैल्कुलेटर:-
मंथली एसआईपी- 4,000
समय- 5 साल
कुल निवेश: 2,40,000

गोल्ड विकल्प को चुनने पर रिटर्न: अगर कोई शख्स इस पॉलिसी में जनवरी 2016 में निवेश करना शुरू करता और गोल्ड विकल्प को चुनता तो उसका कुल निवेश 2,40,00 लाख रुपये होता। इस निवेश की जुलाई 2020 में कुल वैल्यू 2,59,221 रुपये होती। निवेशकर्ता को रिटर्न के रूप में 3,15,240 रुपये मिलते।

पीपीएफ विकल्प को चुनने पर रिटर्न: अगर कोई शख्स इस पॉलिसी में जनवरी 2016 में निवेश करना शुरू करता आ रहा है तो उसे मौजूदा समय में पीपीएफ विकल्प के तहत कुल निवेश 2,40,000 लाख रुपये का करना होता। इस निवेश की जुलाई 2020 में कुल वैल्यू 2,59,221 रुपये होती। निवेशकर्ता को रिटर्न के रूप में 2,93,668 रुपये मिलते।

फिक्सड डिपॉजिट पर रिटर्न: अगर कोई शख्स इस पॉलिसी में जनवरी 2016 में निवेश करना शुरू करता और पीपीएफ विकल्प को चुनता तो उसका कुल निवेश 2,40,000 रुपये होता। इस निवेश की जुलाई 2020 में कुल वैल्यू 2,59,221 रुपये होती। निवेशकर्ता को रिटर्न के रूप में 2,80,995 रुपये मिलते।