अटल पेंशन योजना सरकार की ओर से चलाई जा रही योजना है जिसका उद्देश्य वृद्ध लोगों को आय सुरक्षा प्रदान करना है। असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को अपनी सेवानिवृत्ति के लिए स्वेच्छा से धन बचाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए इसे भारत के 2015-16 के वार्षिक बजट में पेश किया गया था। इस योजना को एनपीएस आर्किटेक्चर के माध्यम से पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) द्वारा प्रशासित किया जाता है।
अटल पेंशन योजना के तहत ग्राहकों के लिए न्यूनतम मासिक पेंशन की गारंटी है। यह 1,000 रुपये से 5,000 रुपये प्रति माह के बीच हो सकता है जो निवेश के अनुसार अलग-अलग होता है। यह लाभ केंद्र सरकार द्वारा दिया जाता है।
18 से 40 वर्ष के बीच के सभी नागरिक इस योजना का हिस्सा बनने के पात्र हैं। योजना में नए संशोधन के मुताबिक 1 अक्टूबर 2022 के बाद केवल वही लोग अटल पेंशन योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं जो आयकर नहीं भर सकते। 60 साल की उम्र के बाद ग्राहक को मासिक पेंशन की गारंटी दी जाती है। यह योजना आपके रिटायरमेंट के बाद सबसे अच्छी आय का माध्यम साबित होती है। यदि इस योजना के ग्राहक की सेवानिवृत्ति के बाद मृत्यु हो गई है, तो वही पेंशन राशि मासिक रूप से पति/पत्नी को ट्रांसफर की जाएगी।
इस पेंशन योजना का एक मुख्य आकर्षण यह है कि इसमें कम निवेश की आवश्यकता होती है लेकिन हाई रिटर्न मिलता है। APY के तहत अगर 18 साल की उम्र में मासिक पेंशन के रूप में अधिकतम 5,000 रुपये चाहिए तो आपको 210 रुपये प्रति माह निवेश करना होगा।
इसी तरह यदि आप 25 साल की उम्र में योजना में निवेश करने का निर्णय लेते हैं और 5,000 रुपये मासिक पेंशन की इच्छा रखते हैं तो आपको APY योजना में प्रति माह 376 रुपये का निवेश करना होगा। यह काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि आप सेवानिवृत्ति पेंशन लाभ प्राप्त करने के लिए मासिक निवेश कब शुरू करते हैं। यह उम्र और समय के साथ बदलता रहता है। यदि आप 18 वर्ष की आयु से शुरू करते हैं तो प्रति माह 1,000 रुपये की पेंशन पाने के लिए आपको केवल 42 रुपये प्रति माह का भुगतान करना होगा।
APY योजना में भुगतान बंद करने से खाते बंद हो सकते हैं। अगर आप 6 महीने तक भुगतान नहीं कर पाते हैं तो आपका खाता फ्रीज कर दिया जाता है जबकि 12 महीने के बाद सरकार आपके खाते को निष्क्रिय कर देती है। दो वर्ष के बाद यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो यह बंद हो जाता है।