केरल से यात्रा करने वाले रेल यात्रियों को सफर के लिए निर्धारित किराए से अधिक राशि का भुगतान करना होगा। ऐसा केरल में आई बाढ़ के कारण होगा। रेलवे ने केरल से गुजरने वाली और यहां से चलने वाली सभी ट्रेनों के एसी और फर्स्ट क्लास में सफर करने वाले यात्रियों से केरल फ्लड सेस (केएफसी) वसूलने का फैसला किया है।

रेलवे की तरफ से यह सेस 1 जुलाई से वसूल किया जाएगा। रेल यात्रियों के साथ मालभाड़े पर भी केरल फ्लड सेस वसूला जाएगा। इसके अंतर्गत केरल से चलने वाली और यहां से गुजरने वाली मालगाड़ियों से 0.25 फीसदी सेस वसूला जाएगा। रेल मंत्रालय ने इस संबंध में वाण्जियिक सर्कुलर जारी कर दिया है। रेल मंत्रालय ने कहा है कि केरल के लिए एसी फर्स्ट क्लास टिकट पर लिया जाने वाले सेस टिकट रद्द कराने की स्थिति में भी वापस नहीं किया जाएगा।

टिकट पर प्रिंट होगी सेस राशिः टिकट पर रेलवे की तरफ से वसूले जाने वाली सेस की राशि अलग से प्रिंट होगी। रेलवे ने केरल फ्लड सेस के रूप में वसूले जाने वाली राशि को उदाहरण के जरिये समझाया है। रेलवे के अनुसार यदि किसी टिकट की बेसिक वैल्यू 1000 रुपये है तो इस पर एक फीसदी सेस लगाकर यह 1010 रुपये हो जाती है। वहीं इसमें सीजीएसटी और एसजीएसटी लगाकर टिकट की कीमत 1060.50 रुपये हो जाएगी। इसके अनुसार मूल किराये की रकम पर एक फीसदी सेस जोड़ने का बाद उस पर 2.5 फीसदी जीएसटी लगेगा। इन सब को जोड़ कर कुल किराया वसूला जाएगा।

बाढ़ पीड़ितों के लिए राज्य सरकार को दी जाएगी राशिः  रेलवे की तरफ से वसूला जाना वाले सेस से राज्य के बाढ़ पीड़ितों की मदद की जाएगी। रेलवे की तरफ से इस राशि को राज्य सरकार को दिया जाएगा। राज्य सरकार इस राशि का प्रयोग बाढ़ के बाद लोगों के पुनर्वास व अन्य संबंधित कार्यों पर खर्च करेगी।

350 लोगों की गई थी जानः केरल में पिछले साल अगस्त में भीषण बाढ़ आई थी। बाढ़ के कारण राज्य में 350 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। राज्य में बाढ़ ने भीषण तबाही मचाई थी। इस बाढ़ को पिछले 100 साल में सबसे भीषण बाढ़ बताया गया था। बाढ़ के चलते करीब 3.25 लाख लोग बेघर हो गए थे। बाढ़ की वजह से राज्य में 19512 करोड़ रुपये के जानमाल के नुकसान की आशंका व्यक्त की गई थी।